अक्सर रो पड़ता था बिन लादेन: जवाहिरी
१६ नवम्बर २०११विभिन्न जिहादी वेबसाइटों पर डाले गए 30 मिनट के एक विडियो में अल जवाहिरी ने बिन लादेन की जमकर तारीफ की है. उसने अल कायदा के संस्थापक बिन लादेन के मानवीय पक्ष को दिखाने की कोशिश की है. इंटरनेट पर आतंकवादी गतिविधियों पर नजर रखने वाली संस्था साइट ने जवाहिरी के संदेश का अनुवाद किया है. उसके मुताबिक, "ज्यादातर लोग बिन लादेन को इस्लाम का शेर मानते हैं...ऐसा शेर जिसने गरज कर कहा था कि अमेरिका सुरक्षित होने के सपने देखना भी भूल जाएगा. लेकिन लोग यह नहीं जानते कि वह आदमी कितना विनम्र था, कितना धैर्यवान और अच्छा था. वह कोमल भावनाओं वाला शर्मीला आदमी था."
अल जवाहिरी ने कहा है कि बिन लादेन अक्सर उन 19 अपहरणकर्ताओं के बारे में बात करता था जिन्होंने 11 सितंबर 2001 के हमले को अंजाम दिया. 2001 में तोराबोरा की पहाड़ियों में नाटो के हमले से बच निकलने के बाद बिन लादेन ने एक भाषण में उन सभी का नाम बहुत निष्ठा के साथ लिया. जवाहिरी ने बताया, "जब उसे पता चलता कि जिहाद की राह पर निकले उसके भाइयों के साथ जुल्म हो रहा है या उन्हें उनका हक नहीं मिल रहा तो वह बहुत उदास हो जाता था. वह अपने समर्थकों के बीच अक्सर भावुक हो जाता. भाषण देते वक्त उसकी आंखें भर आतीं. लोग तो उसे उसके आंसुओं के लिए जानते थे."
दुनियाभर में आतंकवादी हमलों के जरिए हजारों लोगों की जान लेने वाला आतंकी बिन लादेन अल जवाहिरी के मुताबिक एक दयालु पिता था जो अपने बच्चों की शिक्षा में बहुत दिलचस्पी लेता था. अल जवाहिरी ने उस वक्त को याद किया जब बिन लादेन अफगानिस्तान में लड़ने के लिए निकल रहा था और अपने बच्चों को विदा कह रहा था. उसने कहा, "वह बहुत ही भावुक स्थिति थी. एक पिता अपने बच्चों को विदा कह रहा था और पता भी नहीं था कि फिर कब मिलेंगे."
रिपोर्टः एएफपी/वी कुमार
संपादनः एन रंजन