अजमेर और मक्का मस्जिद धमाके के जुड़े हैं तार
४ मई २०१०सीबीआई के निदेशक अश्विनी कुमार ने बताया, "अजमेर धमाके और मक्का मस्जिद मे हुए विस्फोट में लिंक है." हैदराबाद की मक्का मस्जिद में हुए धमाके की जांच सीबीआई कर ही रही है, अब केंद्रीय जांच एजेंसी अजमेर बम धमाके की जांच में भी शामिल हो गई है. राजस्थान पुलिस की स्पेशल टास्क फ़ोर्स ने अजमेर धमाके के सिलसिले में जिन लोगों की गिरफ़्तारी की है, मक्का मस्जिद विस्फोट में उनकी भूमिका सीबीआई जानना चाहती है. हिंदू कट्टरपंथी संगठनों पर इन धमाकों के आरोप लग रह हैं.
तीन लोगों को अजमेर दरगाह पर हमले के सिलसिले में गिरफ़्तार किया गया था. आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि एटीएस, सीबीआई और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी की संयुक्त टीम तीन में से दो लोगों से पूछताछ कर रही है. पुलिस का मानना है कि इन दोनों ने सिम कार्ड और टाइमर डिवाइस ख़रीदी जिनका इस्तेमाल अजमेर धमाकों के दौरान किया गया.पुलिस को शक़ है कि देवेंद्र गुप्ता और चंद्रशेखर हैदराबाद धमाकों में भी शामिल हो सकते हैं.
2007 में अजमेर में ख़्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह पर हुए विस्फोट में दो श्रृद्धालुओं की मौत हो गई थी जबकि नौ लोग घायल हुए थे. कम तीव्रता वाले बम में जिस तरह से विस्फोट किया गया उससे अजमेर और मक्का मस्जिद में धमाकों में समानता देखने को मिली है.
पुलिस ने जांच में भी पाया है कि जिस तरह के विस्फोटकों का इस्तेमाल अजमेर में हुआ और जैसे उन्हें छिपा कर रखा गया वैसा ही मक्का मस्जिद में हुआ. सीबीआई ने अभी इस मामले पर ज़्यादा जानकारी देने से इनकार कर दिया है. मक्का मस्जिद में हुए धमाके में पांच लोगों की मौत हुई थी.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ओ सिंह