अनिश्चितता के बीच होगी फर्राटा रेस की शुरुआत
१४ मार्च २०१२मेलबर्न में रविवार को सीजन की पहली रेस होगी, लेकिन मौसम की भविष्यवाणी के अनुसार मेलबर्न में बारिश होने शुक्रवार से ही तूफान आने की भविष्यवाणी की गई है. अंदेशा है कि तूफान रविवार तक जारी रह सकता है. वर्षा की वजह से खिलाड़ियों की सारी तैयारी और मैदान की समझ बेकार हो जाएगी. फर्राटा रेस सीजन की शुरुआत फिसलन वाले सर्किट पर नए पिरेली टायरों की पकड़ पर अटकलों और नए नियमों के अनुरूप खिलाड़ी और टीम ढलने की चिंताओं के बीच होगी.
सहारा फोर्स इंडिया के ड्राइवर निको हुल्केनबर्ग को यूं भी अपने को मैदान पर ढालने के लिए समय समय चाहिए. वे एक साल के विराम के बाद फिर से मैदान पर लौटे हैं. उन्होंने समाचार एजेंसी डीपीए से कहा कि आम तौर पर वीकएंड रेसों की लय में आने की जरूरत है. इसमें कितना वक्त लगेगा जीपी 2 सिरीज के चैंपियन रह चुके हुल्केनबर्ग यह कहने की स्थिति में नहीं हैं, "इसके लिए मुझे इंतजार करना होगा. निश्चित तौर पर यह इतना आसान नहीं होगा."
निको हुल्केनबर्ग ने 2010 में फॉर्मूला वन रेल में करियर की शुरुआत की. उसी साल ब्राजील के ग्रां प्री में पोल पोजीशन पर आकर उन्होंने तहलका मचा दिया. लेकिन इसके बावजूद उनकी ब्रिटिश टीम विलियम्स ने उन्हें निकाल दिया. बाद में फोर्स इंडिया ने उन्हें टेस्ट और एक्ट्रा ड्राइवर के रूप में ले लिया. इस साल विजय माल्या की भारतीय टीम ने जर्मनी के ही आद्रियान सुटील को हटा दिया और उनकी जगह पर हुल्केनबर्ग को स्थायी ड्राइवर बना दिया.
इस बार भी अगर रेस के ड्राइवरों पर नजर डाली जाए तो सबसे ज्यादा ड्राइवर जर्मनी के हैं. जर्मनी के पांच ड्राइवरों में सबसे पहला नाम टाइटल विजेता सेबास्टियन फेटल का है जो रेड बुल टीम में हैं. वे लगातार दो बार टाइटल जीत चुके हैं और इस बार भी जीत के तगड़े दावेदार हैं. फेटल के अलावा रेस में सबसे ज्यादा बार चैंपियन रहे मिषाएल शूमाकर भी है. यह सीजन उनके लिए अंतिम सीजन हो सकता है. शूमाकर के अलावा निको रोसबर्ग मर्सिडिज टीम में हैं. रोसबर्ग ने अभी तक कभी ग्रां प्री नहीं जीता है, इस बार उनसे उम्मीदें हैं. इस ग्रुप के अंतिम खिलाड़ी टीमो ग्लॉक हैं जिनका करियर मारुसिया टीम में रुक गया लगता है. इस बार सीजन से पहले वे अपनी गाड़ी टेस्ट भी नहीं कर पाए.
रिपोर्ट: डीपीए, एपी/महेश झा
संपादन: आभा एम