अन्ना हजारे की मांगें ठुकराई
७ अप्रैल २०११भारत के केंद्रीय दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल ने अन्ना हजारे की नुमाइंदी कर रहे स्वामी अग्निवेश और अरविंद केजरीवाल से बातचीत की. लेकिन बातचीत गतिरोध तोड़ न सकी. कपिल सिब्बल ने कहा, ''दो मुद्दों को छोड़कर सभी अन्य मुद्दों पर सहमति बनी. लेकिन समिति के लिए अधिसूचना जारी करने और अन्ना हजारे को संयुक्त समिति का अध्यक्ष बनाने पर सहमति नहीं बनी.''
इसके जवाब में अरविंद केजरीवाल ने कहा, ''सिब्बल ने कहा कि वह मीडिया के सामने समिति के गठन का एलान करेंगे लेकिन इसे लेकर कोई अधिसूचना जारी नहीं की जाएगी. इस बात की क्या गारंटी है कि बिना अधिसूचना के सिर्फ एलान कर देने भर से कमेटी का गठन हो जाएगा.''
हालांकि दोनों पक्षों के बीच बातचीत के रास्ते अब भी खुले हुए हैं. सिब्बल का कहना है कि शुक्रवार को वह फिर केजरीवाल और स्वामी अग्निवेश से मिलेंगे. केंद्रीय मंत्री ने उम्मीद जताई है कि बातचीत आगे बढ़ेगी. सरकार लोकपाल बिल के लिए तुरंत संयुक्त समिति बनाने को तैयार हो गई है. सिब्बल का कहना है कि मानसून सत्र में बिल को संसद में पेश किया जाएगा.
सरकार की ओर से पांच सदस्यों का पैनल बनाने का प्रस्ताव है. इनमें सरकार और सिविल सोसाइटी के लोग होंगे. प्रस्तावों पर स्वामी अग्निवेश ने कहा, ''सरकार हमारी मांगों से सहमत है लेकिन दो मांगें अभी तक पूरी नहीं हुई हैं. हम यह बात अन्ना हजारे तक पहुंचा देंगे.''
अन्ना हजारे ने खुद भी इस बात से इनकार किया है कि वह समिति के अध्यक्ष बनाना चाहते हैं. दिल्ली में आमरण अनशन पर बैठे 72 साल के हजारे ने कहा, ''अगर आप चाहते हैं तो मैं समिति का सदस्य बन सकता हूं लेकिन अध्यक्ष नहीं.'' इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने प्रस्ताव दिया था कि किसी रिटायर्ड जज को समिति का अध्यक्ष बनाया और सरकार की ओर से वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी अगुवाई करें. लेकिन अन्ना हजारे के समर्थकों ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया. उन्होंने अन्ना हजारे को संयुक्त समिति का अध्यक्ष बनाने की मांग की है.
सिब्बल, केजरीवाल और स्वामी अग्निवेश के बीच हुई बातचीत के बाद अन्ना ने कहा कि वह सभी मांगों के पूरा होने तक अपना अनशन नहीं तोड़ेंगे. अन्ना हजारे मंगलवार से दिल्ली के जंतर मंतर पर आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं.
रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह
संपादन: ए कुमार