अफगान युद्ध पर अमेरिका का हर दिन 30 करोड़ डॉलर खर्च
१५ फ़रवरी २०११अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन के प्रस्तावित बजट में 2012 के वित्तीय वर्ष में अफगानिस्तान और इराक के युद्धों पर हो रहे खर्च में कमी लाई जाएगी. 2011 में अमेरिकी सरकार दोनों देशों पर कुल 150 अरब डॉलर सालाना खर्च करेगी. 2012 में इसे घटाकर 117 अरब डॉलर करने का इरादा है.
पिछले साल 2011 के अफगानिस्तान बजट के लिए 113 अरब डॉलर की मांग की गई थी. इस साल 2012 के लिए 103 अरब डॉलर की मांग की जा रही है. हालांकि अफगानिस्तान से सैनिकों को हटाने के बारे में कुछ नहीं कहा गया है और रक्षा मंत्री रॉबर्ट गेट्स ने कहा कि पेंटागन ने सावधानी से बजट बनाया है क्योंकि इस वक्त अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों को हटाने के बारे में कुछ भी कहना सही नहीं होगा.
अफगानिस्तान और इराक के बजट में लगभग 80 अरब डॉलर कार्रवाई के लिए आंके गए हैं. इसके अलावा 10 अरब डॉलर होममेड बमों के खतरे को दूर करने के लिए खर्च किए जाते हैं. माना जाता है कि ज्यादातर नाटो सैनिक इंही गृह निर्मित बमों का शिकार बनते हैं. लगभग 12 अरब डॉलर खोए या फिर खराब सामान को ठीक करने में लगाए जाते हैं और लगभग 13 अरब डॉलर अफगानी सुरक्षा बलों के प्रशिक्षण पर खर्च होता है.
इस साल से लेकर 2015 तक अफगान सैनिकों और सुरक्षा बलों को देश की सुरक्षा जिम्मेदारी सौंपने की योजना है. अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि वह इस साल जुलाई तक अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों को निकालना शुरू करेंगे. इस वक्त अफगानिस्तान में लगभग 97,000 अमेरिकी सैनिक तैनात हैं.
रिपोर्टः एएफपी/एमजी
संपादनः महेश झा