अफरीदी के संन्यास से कोच वकार दुखी
२ जून २०११शाहिद अफरीदी ने खुल कर वकार यूनुस से तूतू मैंमैं की बात कही थी, जिसके बाद उन्हें पिछले हफ्ते वनडे टीम की कप्तानी से हटा दिया गया. इससे नाराज होकर अफरीदी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया और कहा कि मौजूदा पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के तहत वह क्रिकेट नहीं खेलेंगे.
आयरलैंड से टीम के पाकिस्तान लौटने पर 40 साल के कोच यूनुस ने कहा, "मुझे अफसोस है कि अफरीदी ने संन्यास का फैसला कर लिया. मैं पीसीबी अधिकारियों से मिलने से पहले कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं."
यह पूछे जाने पर कि उनका अफरीदी से क्या विवाद हुआ, यूनुस ने कहा कि उन्हें तो इस बारे में सिर्फ मीडिया से ही पता चला है. उन्होंने कहा, "निजी तौर पर कोई मतभेद नहीं है. हम सब लोग पाकिस्तान के लिए क्रिकेट खेलते हैं और अफरीदी से मनमुटाव के बारे में तो मुझे मीडिया से ही पता लगा है. जब तक मैं नहीं जानूंगा कि अफरीदी ने क्या कहा है, मैं कोई टिप्पणी नहीं कर सकता हूं."
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने कहा है कि उन्होंने वकार यूनुस से वेस्ट इंडीज दौरे और अफरीदी से हुई उनकी झड़प की रिपोर्ट मांगी है. हालांकि यूनुस अपनी बीमार पत्नी से मिलने ऑस्ट्रेलिया जाना चाहते हैं. परेशान दिख रहे वकार ने कहा कि किसी को नया कप्तान बनाना उनके हाथ में नहीं होता है. पिछले हफ्ते अफरीदी को हटा कर मिस्बाह उल हक को कप्तान बना दिया गया है. यूनुस ने कहा, "पीसीबी चेयरमैन (एजाज बट) कप्तान नियुक्त करते हैं. आप उनसे जाकर पूछें."
इस बीच पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक ने देश में बेहद लोकप्रिय शाहिद अफरीदी को अपने फैसले पर दोबारा विचार करने कहा है. मलिक ने कहा, "मुझसे जो कुछ हो सकता है, मैं करूंगा. मैं भी अफरीदी का बहुत बड़ा फैन हूं."
मलिक ने इस साल पाकिस्तान के विकेटकीपर जुल्करनैन हैदर की घर वापसी में बड़ा रोल अदा किया है. उन्होंने हैदर से लंदन में मुलाकात की और उनके भरोसे के बाद ही विकेटकीपर पाकिस्तान लौटे.
अफरीदी कह चुके हैं कि संन्यास का उनका फैसला पक्का है और वह कम से कम मौजूदा क्रिकेट बोर्ड के तहत तो नहीं खेलेंगे. पीसीबी ने इसके बाद अफरीदी के सभी कांट्रैक्ट खत्म कर दिए और उन्हें दिए गए अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) को भी खारिज कर दिया. इसकी वजह से अफरीदी विदेशों में नहीं खेल पा रहे हैं.
अफरीदी ने 1997 में अपने वनडे करियर की दूसरी पारी में 37 गेंद पर सैकड़ा जमाया, जो आज भी रिकॉर्ड है. उनकी कप्तानी में पाकिस्तान की टीम मानसिक तौर पर काफी शक्तिशाली बनी और वर्ल्ड कप सेमीफाइनल तक पहुंची. अफरीदी ने 325 वनडे में 6695 रन बनाए हैं, जबकि उनके नाम 315 विकेट भी हैं.
रिपोर्टः एएफपी/ए जमाल
संपादनः एमजी