अब नाव से जाएंगे श्रीलंका
१४ जून २०११1044 लोगों के साथ यह नाव दक्षिण भारत के टूटीकोरिन बंदरगाह से कोलंबो पहुंची. श्रीलंका में अधिकारियों ने कहा है कि दो हफ्तों के भीतर श्रीलंका से पहली नाव भारत के लिए रवाना होगी. अधिकारियों ने बताया कि यात्रियों की संख्या को ध्यान में रखते हुए सप्ताह में दो से तीन बार नाव सेवा चलाई जाएगी. जहाजरानी विभाग द्वारा जारी किए गए एक बयान में कहा गया, "यह दोनों देशों के लिए आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से फायदेमंद होगा. गृह युद्ध के खत्म होने के बाद श्रीलंका में पर्यटन को बढ़ावा मिला है और नाव सेवा के शुरू होने से इसे और भी लाभ मिलेगा."
श्रीलंका और भारत के बीच 1982 में गृह युद्ध शुरू होने के कारण नाव सेवा बंद कर दी गई थी. 2009 में गृह युद्ध तो खत्म हुआ लेकिन नाव सेवा बंद ही रही. दोनों देशों के बीच हुए करार के अनुसार श्रीलंका के उत्तर पश्चिमी सहर तलाईमन्नर और भारत के रामेश्वरम के बीच भी नाव सेवा शुरू की जाएगी. लेकिन यह सेवा कब शुरू होगी इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है. गृह युद्ध के कारण तलाईमन्नर को काफी नुकसान पहुंचा था जिसे से यह शहर अभी भी पूरी तरह उबर नहीं पाया है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ईशा भाटिया
संपादन: उभ