अब लीबिया का जहाज बढ़ा गजा की ओर
१३ जुलाई २०१०शनिवार को ग्रीस से रवाना होने वाले इस जहाज पर मोल्दोवा का झंडा लगा है. इसे गद्दाफी इंटरनेशनल चैरिटी एंड डेवेलपमेंट फाउंडेशन ने भेजा है. इस फाउंडेशन के अध्यक्ष लीबियाई नेता कर्नल गद्दाफी के बेटे सैफ अल-इस्लाम गद्दाफी हैं.
इस्राएल ने इसे रोकने की पूरी तैयारी कर ली है. नौसेना ने इस जहाज का पता लगा लिया है. सेना के प्रवक्ता ने बताया कि अगर यह जहाज नौसेना की नाकेबंदी को तोड़ने की कोशिश करता है, तो इसे रोका जाएगा.
अमलथिया नाम के इस जहाज में लीबिया से लाई गई राहत सामग्री लदी है. फाउंडेशन के मुताबिक इस्राएल की एक हथियारबंद नौका ने इस जहाज का रास्ता रोक लिया है और इसे मिस्र के अल आरिश पोर्ट जाने को कहा है. हालांकि जहाज के कैप्टन इस बात पर अड़े हुए हैं कि उनकी मंजिल गजा है और वे कहीं और नहीं जाएंगे.
इस्राएली नौका इस जहाज के साथ साथ है. फिलहाल इस्राएल कूटनीतिक जरिए से इस मसले को सुलझाने की कोशिश कर रहा है. ऐसा इसलिए भी है क्योंकि कुछ ही दिनों पहले ऐसे ही एक जहाज पर इस्राएली सैनिकों ने हमला कर दिया था. इस हमले में तुर्की के 9 राहतकर्मी मारे गए थे और इस्राएल को इसके लिए कड़ी आलोचना झेलनी पड़ी थी.
इस हमले की इस्राएल ने अपनी ओर से जांच कराई है. जांच रिपोर्ट में हमले को सही बताते हुए इस्राएल ने अपने सैनिकों की पीठ थपथपाई है. जांच पैनल के अध्यक्ष गिओरा एलांड ने कहा, "मुझे खुशी है कि जांच में किसी बड़ी दुर्घटना या लापरवाही का पता नहीं चला है. हालांकि इस उलझे हुए मामले में उच्च स्तर पर फैसलों में कुछ गलतियां हुई थीं."
गिओरा एलांड इस्राएली सेना के पूर्व अध्यक्ष हैं और उनके पैनल ने 150 पेज की यह रिपोर्ट सोमवार को सेना को सौंप दी. एलांड ने कहा कि अगर सही खुफिया जानकारी के आधार पर पुख्ता योजना बनाई गई होती तो खून खराबे को रोका जा सकता था.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः ए कुमार