अमिताभ बच्चन के बचाव में बाल ठाकरे
२७ मार्च २०१०शिव सेना के मुखपत्र सामना में ठाकरे ने संपादकीय लिखा है. उन्होंने लिखा, "उस समारोह में जाकर अमिताभ ने कोई गलती नहीं की."
हाल ही में बांद्रा वर्ली सीलिंक के दूसरे चरण के उद्घाटन में अमिताभ बच्चन भी शरीक हुए, जिस पर कांग्रेस ने काफी हंगामा खड़ा किया. कांग्रेस का एक बड़ा तबका नहीं चाहता था कि अमिताभ उस कार्यक्रम में आएं.
ठाकरे ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस अमिताभ बच्चन के साथ अछूतों जैसा व्यवहार कर रहा है. उन्होंने लिखा, "पाकिस्तान से हमदर्दी दिखाने वाले शाहरुख खान से कांग्रेस को कोई परेशानी नहीं है. लेकिन उसे अमिताभ से एलर्जी है." अमिताभ बच्चन और नेहरू गांधी परिवार तथा कांग्रेस के बीच इन दिनों नहीं बनती है.
बिग बी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के साथ मंच साझा किया. इस पर ठाकरे ने लिखा, "अमिताभ के उस कार्यक्रम में जाने से कार्यक्रम की शोभा ही बढ़ी है." ठाकरे का कहना है कि अमिताभ कोई चोर, डकैत या आतंकवादी तो नहीं.
किसी जमाने में अमिताभ बच्चन कांग्रेस के बेहद करीबी थे. वह पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नजदीकी दोस्तों में गिने जाते थे. कांग्रेस के टिकट पर उन्होंने 1984 में इलाहाबाद से लोकसभा का चुनाव भी लड़ा और रिकॉर्ड वोटों से जीत हासिल की. उन्होंने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एचएन बहुगुणा को पराजित किया. लेकिन तीन साल के अंदर ही 1987 में उन्होंने इस्तीफा दे दिया. बाद में बोफोर्स कांड की वजह से उनके संबंध कांग्रेस के साथ खराब हो गए और वह मुलायम सिंह यादव की समाजवादी पार्टी के नजदीक आ गए. लेकिन अब इसमें भी नया पेंच आ गया है क्योंकि अमिताभ और जया बच्चन अमर सिंह की वजह से मुलायम की पार्टी से जुड़े थे. अब खुद अमर सिंह समाजवादी पार्टी से अलग हो गए हैं और समझा जाता है कि इस पूरे घटनाक्रम ने एक नया मोड़ दे दिया है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल