अमीरों पर गिर सकती है ओबामा की गाज
२६ जनवरी २०११मंगलवार को ओबामा ने अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित किया. अपने भाषण में ओबामा ज्यादातर आर्थिक नीतियों पर ही बोले. हालांकि उन्होंने अफगानिस्तान, ईरान और इराक का भी जिक्र किया. उन्होंने विपक्षी सांसदों से भी सहयोग की अपील की.
खर्चे बंद, टैक्स कम
अपने भाषण में ओबामा ने कहा कि घरेलू स्तर पर होने वाले सालाना खर्च पर अगले पांच साल के लिए रोक लगा दी जाए. उन्होंने कहा कि इससे एक दशक में घाटे में 400 अरब डॉलर की कमी आएगी. उन्होंने कर व्यवस्था को आसान बनाने का भी प्रस्ताव रखा. ओबामा ने कहा, "मैं डेमोक्रैटिक और रिपब्लिकन सांसदों से कहता हूं कि कर व्यवस्था को आसान बनाया जाए. खामियां दूर की जाएं. घाटा बढ़ाए बिना बचत का इस्तेमाल कॉर्पोरेट टैक्स को कम करने में किया जाए."
तेल कंपनियों की राहत खत्म
अमेरिकी राष्ट्रपति ने साफ कर दिया कि तेल कंपनियों को मिलने वाली सब्सिडी खत्म की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि और ज्यादा शोध के जरिए हम बायो ईंधन के उत्पादन से तेल पर अपनी निर्भरता कम कर सकते हैं. उन्होंने अमेरिका को 2015 तक 10 लाख इलेक्ट्रिक गाड़ियों वाला देश बनाने की बात कही. ओबामा ने कहा, "मैं कांग्रेस से कहता हूं कि तेल कंपनियों को दिए जाने वाले अरबों डॉलर को बचाया जाए. पता नहीं आप लोगों ने ध्यान दिया या नहीं, लेकिन वे इसके बिना भी अच्छा काम कर रही हैं. इसलिए, आइए पुरानी ऊर्जा पर खर्च करने के बजाए भविष्य में निवेश करें."
अमीरों से वापस लो
ओबामा ने कहा कि अगर हमें वाकई अपने बजट घाटे की फिक्र है तो हम दो फीसदी सबसे अमीर अमेरिकियों को करों में मिलने वाली राहत को नहीं झेल सकते. इससे पहले कि हम अपने स्कूलों से पैसा वापस लें या फिर बच्चों के वजीफे छीनें, हमें अपने अमीर अमेरिकियों से पैसा लेना चाहिए.
ईरान, उत्तर कोरिया, अफगानिस्तान
ओबामा ने इस बात पर संतोष जाहिर किया कि ईरान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूर किए जाने के असर नजर आने लगे हैं. उन्होंने कहा कि ईरान की सरकार अब तक के सबसे कड़े प्रतिबंध झेल रही है. कोरिया के बारे में उन्होंने कहा कि अमेरिका अपने सहयोगी दक्षिणी कोरिया के साथ खड़ा रहेगा. साथ ही उन्होंने अफगानिस्तान से जुलाई में अमेरिकी सेना की वापसी की बात भी दोहराई. हालांकि उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ महीनों में अमेरिकी सैनिकों को कड़ा प्रतिरोध झेलना होगा.
ब्राजील की यात्रा, भारत का साथ
अमेरिकी राष्ट्रपति ने रूस के साथ संबंध मजबूत करने पर जोर दिया. साथ ही उन्होंने भारत जैसे देशों के साथ नई साझेदारियों को भी अहम बताया. उन्होंने कहा कि वह मार्च में ब्राजील, चिली और अल सल्वाडोर की यात्रा करेंगे और अमेरिका की तरक्की के लिए नए गठजोड़ बनाएंगे.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः एन रंजन