अमेरिका अंतरिक्ष के लिए सेना बनाएगा
२९ जून २०१८अमेरिकी राष्ट्रपति ने अंतरिक्ष नीति में व्यापक बदलावों का एलान किया है. ट्रंप के मुताबिक नई नीतियों के तहत अमेरिकी सेना की नई शाखा "स्पेस फोर्स" का गठन किया जाएगा. ट्रंप ने कहा, "अंतरिक्ष में अमेरिका की मौजूदगी भर काफी नहीं है. अंतरिक्ष में अमेरिका का दबदबा होना चाहिए." अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि पैसे और राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी के कारण अमेरिकी अंतरिक्ष अभियान काफी प्रभावित हो चुका है, इसे फिर से मजबूत करने की जरूरत है. बराक ओबामा के कार्यकाल में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के बजट में बड़ी कटौती की गई थी.
अंतरिक्ष युद्ध की आंशकाएं लंबे समय से जताई जा रही थीं, लेकिन अब ट्रंप इसकी तैयारी करते दिख रहे हैं, "चीन और रूस और दूसरे देश हमारा नेतृत्व कर रहे हैं. मैं यहां रक्षा विभाग और पेंटागन को निर्देश देता हूं कि वे तुरंत स्पेस फोर्स के रूप में अमेरिकी सेना की छठी शाखा को शुरू करने की तैयारी करें."
पूरी दुनिया की भलाई का हवाला देते हुए ट्रंप ने यह भी कहा कि अमेरिका अंतरिक्ष में सैटेलाइटों के कचरे की भी सफाई करेगा. अंतरिक्ष में मौजूद सैटेलाइटों के कचरे का जिक्र करते हुए ट्रंप ने कहा, "कचरे की सफाई करना सारे देशों के हित में है." लेकिन ऐसी कार्रवाई के चलते दूसरे देशों के साथ विवाद भी खड़ा हो सकता है.
अमेरिका बाहरी अंतरिक्ष संधि पर दस्तखत कर चुका है. संधि के तहत अंतरिक्ष में बड़े जनसंहार वाले हथियार तैनात करना प्रतिबंधित है. चंद्रमा और अन्य खगोलीय चीजों का इस्तेमाल शांतिपूर्ण मकसद के लिए जाएगा. लेकिन अब इस संधि का क्या होगा, यह तय नहीं है. ट्रंप के कार्यकाल में अमेरिका पेरिस जलवायु संधि और ईरान परमाणु संधि से बाहर निकल गया है.
अमेरिका 1972 के बाद पहली बार चंद्रमा पर एक रोबोट भी भेजने जा रहा है. निजी कंपनियों के साथ पार्टनरशिप में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा चंद्रमा पर मानव अभियान शुरू करने की तैयारी कर रही है. ट्रंप के मुताबिक उनका लक्ष्य मंगल ग्रह तक इंसान को भेजना है.
ओएसजे/एमजे (एपी, एएफपी, रॉयटर्स)