पश्चिमी देश भी करेंगे यूक्रेनी विमान के क्रैश की जांच
१० जनवरी २०२०ईरान ने वॉशिंगटन के साथ बढ़ते तनाव के बावजूद दुर्घटना की जांच में पश्चिमी देशों के अधिकारियों को शामिल करने का फैसला किया है. इससे पहले पश्चिमी देशों के नेताओं ने कहा था कि विमान इराक में अमेरिकी सैनिक अड्डों पर ईरान के हमलों के बाद गलती से प्रतिरोधी मिसाइलों की जद में आ गया होगा. ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल हमले में अमेरिका का कोई सैनिक घायल नहीं हुआ था. उसके बाद ये उम्मीद जगी कि अमेरिकी हमले में जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के बाद भड़का विवाद शांतिपूर्ण तरीके से ठंडा पड़ सकता है. हालांकि ईरान ने मिश्रित संकेत दिए हैं. विमान क्रैश की जांच पर ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्बास मुसावी ने कहा कि ईरान ने "यूक्रेन और बोइंग कंपनी को जांच में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है." उन्होंने यह भी कहा कि ईरान दूसरे देशों के विशेषज्ञों को भी आमंत्रित करेगा जिनके नागरिक क्रैश में मारे गए हैं.
सात जनवरी को जब ईरान के हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने "सब ठीक है" ट्ववीट किया था, उसके ठीक 27 सेकंड पहले व्यावसायिक उड़ानों पर निगाह रखने वालों का तेहरान हवाई अड्डे से तुरंत उड़े एक यूक्रेनी अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस के जेट से संपर्क टूट चुका था. कुछ ही क्षणों बाद वह विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया और उसमें सवार सभी 176 लोग मारे गए. मरने वालों में कम से कम 63 कनाडा के नागरिक थे और 11 यूक्रेन के. इनमें विद्यार्थी, नवविवाहित जोड़े, डॉक्टर और छोटे बच्चे सब शामिल थे. सबसे कम उम्र की थी एक वर्षीय कुर्दिया मोलानी जो अपने माता-पिता के साथ टोरंटो स्थित अपने घर वापस जा रही थी.
ईरान ने पहले कहा था कि वह विमान बनाने वाली कंपनी बोइंग को जांच में शामिल नहीं करेगा. बाद में उसने विमान दुर्घटनाओं की जांच करने वाली अमेरिकी एजेंसी को भी जांच में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया. अमेरिकी एजेंसी नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड ने कहा कि वह अपनी भागीदारी के आयाम का आकलन करेगा. संयुक्त राष्ट्र के नियमों के अनुसार अमेरिकी एजेंसी को जांच में शामिल होने का हक है क्योंकि दुर्घटनाग्रस्त विमान अमेरिका में बना है.
इस बीच फ्रांस ने क्रैश की जांच में मदद करने की तैयारी व्यक्त की है. विदेश मंत्री जाँ इव ले द्रियान ने कहा कि यह बहुत जरूरी है कि जल्द और सटीक तरीके से दुर्घटना के कारणों की जांच की जाए. जर्मन विदेश मंत्री हाइको मास ने ईरान से क्रैश की जांच में पारदर्शिता की मांग की है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने यात्री विमान को मार गिराए जाने की संभावना से इंकार नहीं किया है, लेकिन साथ ही कहा कि अब तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है. वे आज अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पेयो से इसके बारे में बात करेंगे.
नौ जनवरी की रात पश्चिमी नेताओं ने कहा कि संभवतः ईरान ने गलती से उस विमान को सरफेस टू एयर मिसाइल से मार गिराया हो. अमेरिकी, कैनेडियन और ब्रिटिश अधिकारियों ने कहा कि इसकी काफी संभावना है. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा, "हमारे पास कई सूत्रों से खुफिया जानकारी आई है. सबूत संकेत दे रहे हैं कि विमान को ईरान की एक मिसाइल ने मार गिराया." प्रधानमंत्री ट्रूडो ने कहा, "मुझे लगता है कि अभी निष्कर्ष निकालना या दोषारोपण या जिम्मेदारी ठहराना जल्दबाजी होगा लेकिन अगर यह संयोग से हुआ मिसाइल हमला निकला तो लोगों का दुख कई गुणा बढ़ जाएगा."
ईरान की स्थिति पर चर्चा करने के लिए आज ब्रसेल्स में यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों की बैठक हो रही है जिसमें नाटो के महासचिव येंस स्टॉल्टेनबर्ग भी भाग लेंगे. यूरोपीय संघ मध्यपूर्व में शांति बनाए रखने के लिए संघ की भूमिका पर चर्चा करेगा.
सीके/एमजे (एएफपी, एपी, डीपीए)
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