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अमेरिका के लिए भारत और चीन अहम

२२ जनवरी २०११

संयुक्त राष्ट्र सचिव बान की मून का कहना है कि अमेरिका को भारत और चीन के साथ और करीबी बातचीत में हिस्सा लेना चाहिए. उनका मानना है कि अमेरिका को उभरती आर्थिक ताकतों से रिश्ते बेहतर करने की जरूरत है.

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तस्वीर: AP

बान की मून ने एक अमेरिकी टीवी चैनल से बात करते हुए कहा, "हम जानते हैं कि अमेरिका दुनिया का सबसे अहम और ताकतवर देश है. लेकिन सच्चाई यह है कि चीन, भारत और मेरा अपने देश दक्षिण कोरिया अभी उभर रहे हैं. यह सारे देश आर्थिक और लोकतांत्रिक रूप से तेजी से आगे बढ़ रहे हैं."

महासचिव के मुताबिक इन वजहों को देखते हुए अमेरिका को इनके साथ साझेदारी और बातचीत बढ़ानी चाहिए. उनका कहना था कि अमेरिका संयुक्त राष्ट्र के सबसे अहम देशों में से हैं और चीन और भारत के साथ बातचीत इन दोनों देशों के लिए ही नहीं बल्कि अमेरिका के लिए भी अहमियत रखती है.

Ban Ki Moon in Afghanistan
तस्वीर: AP

बान की मून ने कहा कि अमेरिका संयुक्त राष्ट्र का सबसे अहम साझीदार है. इसलिए उनकी तरफ से कोशिश हमेशा रही है कि वे अमेरिका के साथ संयुक्त राष्ट्र के अच्छे और करीबी संबंधों को बढ़ावा दें. बान ने कहा कि वे रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक कांग्रेस, दोनों के साथ बातचीत कर रहे हैं और उनके साथ संबंध अच्छे हैं.

इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव के पद के लिए दोबारा चुनाव की तैयारी हो रही है. इस साल के अंत तक बान का पांच साल का कार्यकाल खत्म हो जाएगा. उन्होंने अब तक साफ नहीं किया है कि वे दोबारा इस पद के लिए खड़े होंगे लेकिन उनके साथ काम कर रहे पूर्व अंतरराष्ट्रीय चौकसी अधिकारी यानी इंटरनेशनल ओवरसाइट ऑफिस की इंगा-ब्रिट आलेनियुस का कहना है कि बान के कार्यकाल में संयुक्त राष्ट्र की हालत खराब हो गई है और एक संस्था की हैसियत से संयुक्त राष्ट्र की अहमियत कम हुई है.

रिपोर्टःएजेंसियां/एमजी

संपादनःएन रंजन

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