अमेरिका को कभी ड्रोन हमलों की इजाजत नहीं दी: गिलानी
३ जुलाई २०११पाकिस्तान के प्रधानमंत्री युसूफ राजा गिलानी ने कहा है कि उनकी सरकार ने कभी भी अमेरिका को इस बात की इजाजत नहीं दी कि वह पाकिस्तान के एयरबेस का कबायली इलाकों में ड्रोन हमलों के लिए उपयोग करे. गिलानी ने अपने गृह नगर पंजाब के मुल्तान में पत्रकारों से बातचीत में यह बात कही. एक सवाल के जवाब में गिलानी ने कहा, "पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की सरकार ने अमेरिका को सैनिक सर्वेक्षण के लिए एयरबेस के इस्तेमाल की इजाजत जरूर दी थी... मेरी सरकार ने उन्हें कभी भी ड्रोन हमलों की अनुमति नहीं दी."
गिलानी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान के शम्सी एयरबेस को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव चल रहा है. पिछले हफ्ते पाकिस्तान के रक्षा मंत्री चौधरी अहमद मुख्तार ने बताया कि पाकिस्तान ने अमेरिका को एयरबेस छोड़ने के लिए कहा है लेकिन अमेरिका ने पाकिस्तान की मांग ठुकरा दी है. अमेरिकी अधिकारियों ने पश्चिमी मीडिया को बताया कि बेस खाली नहीं किया जाएगा. अधिकारियों के अनुसार अप्रैल के महीने से ही ड्रोन हमलों को रोका जा चुका है, हालांकि अमेरिकी सैनिक अभी भी वहां तैनात हैं.
मीडिया के लिए बयान
पाकिस्तान की सूचना मंत्री के बयान के बाद से विवाद और भी बढ़ गया है. शुक्रवार को पत्रकारों से बात करते हुए सूचना मंत्री फिरदौस आशिक अवान ने रक्षा मंत्री के बयान के बारे में कहा, "यह केवल मीडिया के लिए दिया गया एक बयान है." अवान ने कहा कि इस मुद्दे पर अभी तक रक्षा समिति की बैठक में कोई चर्चा हुई ही नहीं है.
दक्षिण पश्चिमी बलूचिस्तान के शम्सी एयरबेस का अमेरिका ड्रोन हमलों के लिए इस्तेमाल करता आया है. 90 के दशक से यह एयरबेस का संचालन संयुक्त अरब अमीरात के हाथों में है, जिसने अमेरिका को इसके इस्तेमाल की मंजूरी दी हुई है.
रिपोर्ट: पीटीआई/ईशा भाटिया
संपादन: एन रंजन