आईएसआई को आतंकी गुट साबित करने की कोशिश
२९ मई २०११भारत का दावा है कि आईएसआई के लश्कर ए तैयबा जैसे आतंकवादी गुटों के साथ संबंध स्थापित करने के लिए उसके पास पर्याप्त सबूत हैं. भारत सरकार के प्रवक्ता ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया, "हमारा मुख्य उद्देश्य इस्राएली दंपत्ति के परिवार को न्याय दिलाना है जिसकी हत्या कर दी गई. साथ ही हम यह भी साबित करने की कोशिश करेंगे कि आईएसआई के आतंकवादी गुटों के साथ सीधे संबंध हैं जिन्होंने मुंबई पर हमला किया." अगर न्यूयॉर्क की अदालत मुंबई हमलों में आईएसआई की भूमिका को मानती है तो इससे भारत का केस मजबूत होगा.
न्यूयॉर्क में आईएसआई प्रमुख शुजा पाशा और लश्कर ए तैयबा पर मुंबई हमलों के सिलसिले में मुकदमा चलाया जा रहा है. इस्राएली रब्बी होल्त्जबर्ग और रिवका को चबाड हाउस में आतंकवादियों ने मार दिया, हालांकि उनका बेटा बच गया. रब्बी के परिवारजनों ने यह मुकदमा दायर किया है.
लश्कर ए तैयबा के सदस्य डेविड हेडली ने शिकागो कोर्ट में अपने बयान में कहा है कि वह लगातार आईएसआई अधिकारियों के साथ संपर्क बनाए रहा.
हेडली ने आईएसआई से जासूसी की ट्रेनिंग मिलने की बात कही है. भारत को उम्मीद है कि इस गवाही से मुकदमे को मजबूती मिलेगी. पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक तहव्वुर राना के खिलाफ मुकदमे में हेडली ने मेजर इकबाल और हाफिज सईद से मदद मिलने की भी बात कही है. कोर्ट में कई ईमेल पेश कर अभियोजन पक्ष ने यह साबित करने की कोशिश की है कि हेडली आईएसआई के साथ संपर्क में रहा. मेजर इकबाल का नाम खास तौर पर आया है जिससे हेडली को पाकिस्तान से निर्देश मिलते रहे.
हेडली के मुताबिक मेजर इकबाल ने कई अहम फैसले किए और वह 26/11 हमले का मास्टरमाइंड था. "मेजर इकबाल ने मुझे बताया कि चबाड हाउस पर भी हमला किया जाना चाहिए क्योंकि यह इस्राएली खुफिया एजेंसी मोसाद का ऑफिस है. मुंबई एयरपोर्ट पर हमला न किए जाने से मेजर इकबाल कुछ परेशान नजर आए." मुंबई में 26 नवंबर 2008 को हमला हुआ जिसमें कई विदेशी नागरिकों समेत 166 लोग मारे गए. मुंबई के सीएसटी स्टेशन, ताज होटल, नरीमन हाउस, होटल ओबेरॉय ट्राइडेंट को निशाना बनाया गया.
रिपोर्ट: एजेंसियां एस गौड़
संपादन: उभ