आईपीएल घोटाले में बीसीसीआई से पूछताछ
१२ जनवरी २०११बीसीसीआई प्रमुख शशांक मनोहर के अलावा बोर्ड के सचिव एन श्रीनिवासन और आईपीएल चेयरमैन चिरायु अमीन से ट्वेन्टी 20 लीग मुकाबले में विदेशी मुद्रा कानून तोड़े जाने के मामले पर सवाल पूछे गए. वित्तीय मामले पर संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष बीजेपी के यशवंत सिन्हा ने इस मामले में आईपीएल गवर्निंग काउंसिल के सदस्य रवि शास्त्री को भी समन किया है.
यह मामला लंबे वक्त से समिति के पास लंबित पड़ा था और हाल ही में इसने वित्त मंत्रालय से इस सिलसिले में बातचीत की है. इस पर जवाब तलब के लिए समिति ने बुधवार को बीसीसीआई के बड़े नामों को बुलाया. बीसीसीआई से पूछा गया कि उनके वित्तीय कामकाज का तरीका क्या है और वे विदेशी तथा भारतीय खिलाड़ियों को किस तरह से पैसे देते हैं.
समिति ने बीसीसीआई से पूछा कि क्या उन्हें पता है कि आईपीएल से जुड़ी कुछ टीमों मसलन, मुंबई इंडियंस, कोलकाता नाइट राइडर्स, राजस्थान रॉयल्स और पंजाब एलेवन में मॉरिशस, बहामा और ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड जैसी जगहों का पैसा लगा है. उनसे पूछा गया कि बीसीसीआई ने इस मामले में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, राज्य निवेश प्रोत्साहन बोर्ड और दूसरी एजेंसियों को इस बारे में जानकारी क्यों नहीं दी गई.
भारतीय क्रिकेट बोर्ड से यह भी पूछा गया कि उन्होंने यह बात कैसे सुनिश्चित की कि जो विदेशी पैसा आईपीएल में लग रहा है, वह काला धन नहीं है. उनसे कहा गया, "क्या आप इस बात को स्वीकार करते हैं कि आईपीएल टीमों के मालिकों और उनसे जुड़े लोगों ने बड़े स्तर पर विदेशी मुद्रा कानून को भंग किया है. अगर ऐसा है तो क्यों हुआ. इस मामले में बीसीसीआई का क्या कहना है."
संसदीय पैनल ने क्रिकेट बोर्ड से कहा कि वह आईपीएल के मालिकों और शेयर होल्डिंग के बारे में विस्तृत जानकारी दें.
रिपोर्टः पीटीआई/ए जमाल
संपादनः आभा एम