इंग्लैंड की गद्दी पर महारानी के 60 साल
६ फ़रवरी २०१२1952 में 25 साल की उम्र में वह महारानी के पद पर बैठीं. उस समय ब्रिटेन के प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल थे और नए नए स्वतंत्र हुए भारत का नेतृत्व जवाहर लाल नेहरू कर रहे थे. एशिया और अफ्रीका के कई हिस्से तब भी ब्रिटेन की राजशाही में थे.
तब से युद्ध के बाद के दौर, शीत युद्ध, समाज में भारी बदलाव और डिजिटल क्रांति के दौरान ब्रिटेन की गद्दी पर महारानी एलिजाबेथ का शासन स्थिरता का प्रतीक रहा. शाही परिवार में भारी हलचल के बावजूद इसमें कोई दो राय नहीं कि महारानी एलिजाबेथ दुनिया में सबसे ज्यादा पहचाने जाने वाले लोगों में शामिल हैं.
21 अप्रैल 1926 में एलिजाबेथ अलेक्जेंड्रा मैरी का जन्म हुआ. उन्हें परिवार में लिलिबेट के नाम से जाना गया. गद्दी की लाइन में अंकल एडवर्ड, प्रिंस ऑफ वेल्स और उनके पिता जॉर्ज, ड्यूक ऑफ यॉर्क के बाद वह तीसरी थीं.
उनके चाचा किंग एडवर्ड VIII ने अमेरिकी महिला वॉलिस सिंपसन से शादी करने के लिए राजा का पद त्याग दिया और एलिजाबेथ के पिता किंग जॉर्ज VI गद्दी पर आसीन हुए. 1936 में पिता के राजा बनने के साथ एलिजाबेथ बकिंघम पैलेस में रहने आई. दूसरे विश्व युद्ध में 18 साल की उम्र में वह नेशनल सर्विस में शामिल हुईं और सेना में ड्राइवर बन गईं.
1947 में अपने दूर के कजिन नौसेना कमांडर फिलिप माउंटबेटन से उन्होंने शादी की उन्हें ग्रीस और डेनमार्क का प्रिंस घोषित किया गया.
एलिजाबेथ की केन्या यात्रा के दौरान उनके पिता की अचानक मृत्यु हो गई जिसके बाद एलिजाबेथ को ब्रिटेन की महारानी घोषित किया गया. 2 जून 1953 को एलिजाबेथ ब्रिटेन की 40वीं रानी बनी. ब्रिटेन के पहले राजा 1066 में किंग विलियम I थे.
रानी एलिजाबेथ लोगों में अपनी रंगीन पोशाकों और टोपों के लिए जानी जाती हैं हालांकि उनका जीवन एक पहेली ही है. उन्हें घुड़सवारी और कॉर्गी प्रजाति के कुत्तों का बहुत शौक है जो उन्होंने पाल रखे हैं. हर साल उनकी कई सौ आधिकारिक यात्राएं और कार्यक्रम होते हैं जिनमें अस्पतालों के उद्घाटन से लेकर शाही समारोह शामिल हैं. 60 साल में उन्होंने चर्चिल से लेकर डेविड कैमरन तक 12 प्रधानमंत्री देखे हैं.
रिपोर्टः एएफपी/आभा एम
संपादनः ए जमाल