इटली में जबरदस्त भूकंप, हजारों हटाए गए
२० मई २०१२अमेरिकी भूगर्भ सर्वे का कहना है कि भूकंप का केंद्र बोलोगना से करीब 35 किलोमीटर दूर था. यह तड़के चार बजे आया और रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 6.0 आंकी गई. अधिकारियों का कहना है कि 13वीं सदी से यहां इतना भयंकर भूकंप नहीं आया था. इसकी वजह से ऊंची इमारतें दरक गई हैं, जबकि चर्च का एक हिस्सा बिखर कर सड़क पर पसर गया है. भूकंप के झटकों के वक्त कुछ फैक्ट्रियों में नाइट शिफ्ट का काम चल रहा था.
पोप बेनेडिक्ट सोलहवें ने वैटिकन सिटी से अपने नियमित रविवार संदेश में कहा कि जो लोग भूकंप में मारे गए, वह उनके साथ आध्यात्मिक तौर पर ज्यादा नजदीक महसूस कर रहे हैं. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे उनके साथ ईश्वर से प्रार्थना करें कि मारे गए लोगों की आत्मा को शांति मिले और जख्मी लोग जल्द ठीक हो जाएं.
भूकंप ग्रस्त इलाके के एक होटल की रिसेप्शनिस्ट ने बताया, "भूकंप के झटके बेहद तेज थे और काफी समय तक इन्हें महसूस किया गया." झटके आने के साथ लोग भाग कर घरों से निकलने लगे. शनिवार की रात थी, इसलिए कई लोग पार्टी कर रहे थे और कुछ तो चार बजे तक सोए भी नहीं थे.
भूकंप का केंद्र फिनाले इमीलिया और सेन फेलीसी सुल पनारो शहरों के बीच में था. फिनाले इमीलिया की एक महिला ने बताया कि उसके दो बच्चे बिस्तर में दब गए क्योंकि ऊपर से मलबा गिर गया. हालांकि दो घंटों की मशक्कत के बाद उन्हें निकाल लिया गया.
भूकंप के घंटे भर बाद 5.1 की तीव्रता वाला एक झटका आया. बाद में 4.1 की तीव्रता वाला झटका भी आया लेकिन ये ज्यादा खतरनाक नहीं थे. इटली में 2009 में लाक्विला शहर में आए भूकंप में कम से कम 300 लोग मारे गए थे.
एजेए/एएम (एएफपी, रॉयटर्स)