इतिहास बनाने की दहलीज पर टीम इंडिया: वीरू
५ फ़रवरी २०११भले ही कहा जा रहा हो कि भारत के पास इस वक्त दुनिया की सबसे अच्छी बैटिंग लाइन है, लेकिन उस लाइन अप में इतने छेद हैं कि उसे पूरी तरह भरोसेमंद नहीं माना जा सकता. वीरेंद्र सहवाग को कंधे की चोट लगी है. गंभीर अपनी हाथ की चोट से जूझ रहे हैं. युवराज सिंह और सुरेश रैना को फॉर्म नहीं मिल रही है. सचिन भी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक ही मैच खेल पाए.
इतनी सारी परेशानियों के बावजूद भारत के धमाकेदार ओपनर वीरेंद्र सहवाग परेशान नहीं है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल की वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में सहवाग ने कहा, “मैं इन बातों से बिल्कुल परेशान नहीं हूं. कई बार आप अच्छा खेलते हैं और कई बार नहीं खेल पाते हैं. जैसे 2006-07 में मैं अच्छा नहीं खेल पाया लेकिन उसके बाद मेरा समय आया. हर खिलाड़ी के करियर में ऐसा होता है, इसलिए फिक्र की बात नहीं है.”
वीरेंद्र सहवाग इस बात को लेकर खासे उत्साहित हैं कि भारतीय बल्लबाजों को अपने समर्थकों के बीच परफॉर्म करने का मौका मिलेगा. वह कहते हैं, “भारतीय बल्लेबाजों के लिए घरेलू दर्शकों के सामने खेलने का वक्त आ रहा है. मैं तो इसका बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं. हाल के मैचों में हममें से कोई भी बड़े शतक नहीं बना रहा है. लेकिन अब हमारे लिए वक्त आ गया है. मुझे पूरा यकीन है कि हर कोई रन बनाएगा.”
भारत को वर्ल्ड कप के पहले दौर में मुश्किल टीमों से भिड़ना है. बांग्लादेश के अलावा उसके ग्रुप में इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका, वेस्ट इंडीज जैसी टीमें हैं. लेकिन वीरू कहते हैं कि भारतीय टीम अपना होमवर्क कर चुकी है. खासतौर पर बांग्लादेश के खिलाफ वह किसी तरह का खतरा उठाने के लिए तैयार नहीं हैं. वह कहते हैं, “बांग्लादेश के दर्शक चाहेंगे कि 2007 की तरह इस बार भी उनकी टीम हमें हरा दे, लेकिन इस बार हम पूरी तरह तैयार हैं और हमें पूरा भरोसा है कि हम उन्हें उन्हीं के घर में हराएंगे. हमें बदला लेना है और हम इसे बिल्कुल हल्के में नहीं लेंगे.”
वीरेंद्र सहवाग कहते हैं कि वर्ल्ड कप भारत में हो रहा है और यह उनके लिए एक खास मौका है. यह उनका तीसरा वर्ल्ड कप है और वह इस बार इतिहास रचने की तमन्ना लेकर ही मैदान में उतरेंगे.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः महेश झा