इतिहास में आजः 3 नवंबर
२ नवम्बर २०१३4 मीटर लंबे और 2 मीटर व्यास वाले कैप्सूल की आकार के स्पुतनिक 2 में एक कुतिया को भेजा गया जिसका नाम लाइका था. अंतरिक्ष यान में रेडियो ट्रांसमीटर, टेलिमेट्री सिस्टम, तापमान नियंत्रक तंत्र के अलावा लाइका के लिए खास केबिन भी था. हालांकि इसमें कोई टीवी कैमरा नहीं था.
अक्सर लाइका के तस्वीर को लेकर दुविधा होती है. लाइका को एयरफोर्स इंस्टीट्यूट ऑफ एविएशन मेडिसिन ने 10 उम्मीदवारों का परीक्षण करने के बाद चुना था क्योंकि उसका तापमान एक समान रह रहा था. 6 किलो वजन वाली लाइका के लिए बना केबिन ऐसा था कि वह आराम से रह सके. एयर जेनरेशन सिस्टम के जरिए उस ऑक्सीजन, भोजन और पानी देने की व्यवस्था की गई थी और इलेक्ट्रोड के जरिए उसके जीवन संकेतों से जुड़े आंकड़े जुटाने का इंतजाम था. अक्टूबर 2002 में रूसी सूत्रों से पता चला कि अत्यधिक गर्मी और तनाव के कारण कुछ ही घंटों में वह मर गई थी. इससे पहले लंबे समय तक यह माना जाता रहा कि दम घुटने से उसकी मौत हुई.