इलेक्ट्रॉनिक म्यूजिक के रंग में बॉलीवुड
१८ अगस्त २०१०अपनी पहली भारत यात्रा पर डिस्क जॉकी बैली ने कहा, "मेरा संगीत इलेक्ट्रो, टेक्नो टाइप का है. मैंने कई बॉलीवुड फिल्में देखी हैं और कुछ ट्रैक्स मैं डाउनलोड करना चाहता हूं. मैं निकट भविष्य में इलेक्ट्रॉनिक बॉलीवुड गीत बनाऊंगा. मुझे ऐसा करना अच्छा लगेगा."
भारत में पुणे, हैदराबाद, नई दिल्ली और मुंबई में गर्बाचोव प्युअर स्लिप डिस्क फेस्टिवल आयोजित किया गया. पहली बार भारत में ये समारोह आयोजित हुआ.
बैली डीजे टीस्टो, टॉमी ली, फेलिक्स डै हाउस कैट, लैक्सीज के पॉल, एर्मन फान हेल्डन के साथ कार्यक्रम दे चुके हैं लेकिन उनके लिए सबसे यादगार शो उनका दक्षिण अमेरिका का टूर रहा. "मेरे सबसे यादगार कार्यक्रम दक्षिण पराग्वे जैसे अमेरिकी देशों में रहे, मेरा संगीत सीधे दिल से निकलता है."
16 साल की उम्र में बैली ने डीजे के तौर पर अपना करियर उत्तरी आयरलैंड के बेलफ्राय क्लब में शुरू किया था. 2007 में उन्होंने गुरु जोश प्रोजेक्ट शुरू किया, इसके बाद उन्होंने कभी पीछे पलट कर नहीं देखा. उनका पहला एकल ट्रैक इन्फिनिटी अंतरराष्ट्रीय हिट हुआ.
"इनफिनिटी मेरे लिए एक बड़ा मोड़ था. मेरा ताजा एकल सायलेन्स मेरे लिए ज्यादा मायने रखता है. मैं इसके साथ बहुत व्यावसायिक नहीं होना चाहता था. ये एकदम सही कॉम्बिनेशन है और इसमें मैंने बहुत कोमल नोट्स इस्तमाल किए हैं."
वे फिलहाल कैस्केडा की ताजा रिलीज फीवर, बॉय जॉर्ज के अमेजिंग ग्रेस और जीज़स लुत्स के स्कैंडेलस का रिमिक्स बना रहे हैं.
मौका मिलने पर बैली भारतीय कलाकारों के साथ काम करना चाहेंगे. "इलेक्ट्रॉनिक म्यूजिक विकास की प्रक्रिया है. मेरे लिए आने वाले समय में क्रॉसओवर म्यूजिक अहम होगा. कोई भी क्लासिकल ताल मेरे संगीत में फिट हो जाएगा. किसी शास्त्रीय कलाकार के साथ मिल कर इलेक्ट्रो भांगड़ा मिक्स बनाना बहुत अच्छा होगा."
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः उभ