1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

इस्लाम से कभी नहीं होगी जंगः ओबामा

११ सितम्बर २०१०

धार्मिक विवादों के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि अमेरिका कभी भी इस्लाम के खिलाफ युद्ध नहीं छेड़ सकता है. 9/11 के आतंकवादी हमले की नौवीं बरसी पर ओबामा ने अमेरिका के लोगों से सहिष्णु बनने की अपील की.

https://p.dw.com/p/P9vS
तस्वीर: AP

दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकवादी हमले की बरसी के मौके पर फ्लोरिडा के एक पादरी ने कुरान जलाने की बात कह कर सबको हड़कंप मचा दिया. दूसरी तरफ न्यूयॉर्क में ग्राउंड जीरो के पास इस्लामी सेंटर और मस्जिद बनाए जाने की योजना को लेकर भी विवाद है. 9/11 की बरसी ऐसे दिन पड़ी है, जब दुनिया का एक बड़ा हिस्सा ईद मना रहा है.

Gedenkfeier USA New York 11. September
9/11 याद आए वो लोग...तस्वीर: AP

अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा, "अमेरिकी होने के नाते, हम लोग कभी भी इस्लाम के खिलाफ युद्ध नहीं छेड़ सकते हैं. सितंबर के उस दिन किसी धर्म ने अमेरिका पर हमला नहीं किया था, बल्कि अल कायदा ने किया था. कुछ लोगों के एक संगठन ने, जिन्होंने धर्म को बदनाम किया."

राष्ट्रपति ने कहा कि न्यूयॉर्क में वर्ल्ड ट्रेड टावर की दोनों इमारतों और पेंटागन पर हमला करके उन लोगों ने हमें तार तार करने की योजना बनाई होगी. लेकिन हम उनकी नफरत और पूर्वाग्रह के जाल में नहीं फंसने वाले हैं. उन्होंने कहा, "इस काम को अंजाम देने वालों ने सिर्फ अमेरिका पर ही हमला नहीं किया था. उन्होंने अमेरिका होने के मायने पर भी हमला किया."

पेंटागन में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए राष्ट्रपति ओबामा ने पीड़ित परिवारवालों से कहा, "नौ साल बीत गए हैं. आप लोगों ने इस दौरान बहुत आंसू बहाए होंगे. लेकिन मैं आपको बताना चाहता हूं कि वे सब हमारे राष्ट्र के दिल में बसे हैं. आज भी और हमेशा के लिए."

ओबामा जिस वक्त वॉशिंगटन में पेंटागन में कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे थे, उसी वक्त न्यूयॉर्क में मारे गए लोगों के परिवार वाले वहां श्रद्धासुमन अर्पित कर रहे थे. न्यूयॉर्क में आतंकवादी हमलों के दौरान मारे गए लगभग 3000 लोगों के नाम एक एक कर बुलंद आवाज में पढ़े गए.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल

संपादनः एन रंजन

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

और रिपोर्टें देखें