ईरान डील पर साथ जर्मनी और चीन
२४ मई २०१८प्रधानमंत्री ली केचियांग ने मुलाकात के बाद कहा, "चीन और जर्मनी के बीच रिश्ते धीरे-धीरे उच्च स्तर तक पहुंच रहे हैं. लेकिन आज दुनिया में आर्थिक और राजनीतिक समीकरण बेहद ही पेचीदा हो गए हैं." वहीं जर्मन चांसलर ने इस मुलाकात में अपनी पिछली सफल यात्राओं का जिक्र किया और दोनों देशों के बीच मानवीय मुद्दों से लेकर विज्ञान प्रौद्योगिकी जैसे मुद्दों पर नियमित चर्चा किए जाने पर बल दिया. अपने इस दौरे में मैर्केल चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भी मुलाकात करेंगी.
प्रधानमंत्री ली केचियांग को संबोधित करते हुए मैर्केल ने यूरोपीय संघ के साथ चीन के रिश्तों को अहम बताया. साथ ही जर्मन सहयोग की पेशकश भी की. इसके अलावा दोनों नेताओं ने ईरान परमाणु डील को लेकर प्रतिबद्धता जताई. मैर्केल ने कहा, "यह समझौता सबसे अच्छा न हो लेकिन इस समझौते के विकल्प और भी अनिश्चित हैं." उन्होंने आगे कहा, "हो सकता है कि ईरान पर लगे प्रतिबंधों के चलते यूरोपीय कंपनियां ईरान के साथ कारोबार करने से कतराएं और इसका फायदा अन्य देशों को मिल सकता है."
अकेला पड़ने लगा है ट्रंप का अमेरिका
दोनों नेताओं ने उत्तरी कोरिया पर भी बातचीत की. जर्मन चांसलर ने कहा कि वह कोरियाई प्रायद्वीप में परमाणु निरस्त्रीकरण की उम्मीद करती है. चीन के नेता ने भी कहा कि अमेरिका और उत्तर कोरिया दोनों के लिए जरूरी है कि वे सारे मसले शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाएं.
चौथी बार सरकार बनाने के बाद जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल का यह पहला चीन दौरा है. दोनों देशों के बीच करीब 190 अरब यूरो का कारोबार है. मैर्केल का यह दौरा कारोबार के लिहाज से बेहद ही अहम माना जा रहा है क्योंकि जर्मन कंपनियां चीन के बाजार में अपनी अच्छी पहुंच बनाना चाहती हैं. इसके साथ ही यूरोप में चीन के निवेश पर बढ़ती निगरानी को भी अहम माना जा रहा है.
एए/आईबी (डीपीए, एएफपी)