'उत्तर कोरिया के हमले से डूबा दक्षिण कोरियाई जहाज'
२० मई २०१०जांचकर्ताओं ने दावा किया है कि दक्षिण कोरिया के युद्धपोत पर उत्तर कोरिया की पनडुब्बी से हमला किया गया. कई देशों के विशेषज्ञों वाले जांच दल ने कहा, ''सबूत साफ तौर पर इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि उत्तर कोरिया की पनडुब्बी ने टारपीडो से हमला किया.''
दावा किया जा रहा है कि पीले सागर से मिले टारपीडो के टुकड़े उत्तर कोरियाई टारपीडो से मिलते हैं. एक रिपोर्ट में कहा गया है कि टुकड़े उस टारपीडो से मिलते हैं, जिन्हें उत्तर कोरिया अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में बेचना चाहता है. सात साल पहले दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया का एक टारपीडो बरामद किया था, पीले सागर में मिले टुकड़े उससे भी मेल खा रहे हैं.
26 मार्च 2010 को हुए इस हमले में दक्षिण कोरियाई युद्धपोत दो टुकड़ों में बंटकर डूब गया. हादसे में 46 नौसैनिकों की मौत हो गई. उत्तर कोरिया ऐसे किसी भी टारपीडो हमले से इनकार कर रहा है. प्योंग्याग का आरोप है कि दक्षिण कोरिया सबूतों छेडछाड़ कर रहा है.
टारपीडो पनडुब्बी या युद्धपोत से छोड़ी जाने वाली ख़ास किस्म की समुद्री मिसाइल है. यह समंदर के भीतर जहाजों या पनडुब्बियों का पीछा करती है और फिर उनसे टकरा कर या उनके आस पास फट कर तबाही फैला देती है. टारपीडो को एक अचूक किस्म का हथियार माना जाता है.
जांच में पारदर्शिता लाने के लिए इस हादसे की जांच अमेरिका, स्वीडन, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलियाई विशेषज्ञों ने की. रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तर कोरिया के 250 किलो का टारपीडो समंदर के भीतर फटा. विस्फोट की वजह से समंदर में इतनी ताकतवर लहरें और बुलबुलों की प्रक्रिया शुरू हुई की युद्धपोत डूब गया.
टीम को टारपीडो का प्रोपेलर, मोटर और स्टीयरिंग सिस्टम भी मिला है. रिपोर्ट में कहा गया है कि यह उत्तर कोरिया के CHT-02D टारपीडो से मिलता है. तटस्थ विशेषज्ञों का कहना है, ''हमें यक़ीन है कि हमले से दो-तीन दिन पहले हमलावर पनडुब्बी उत्तर कोरिया के नौसैनिक अड्डे से निकली और हमले के दो-तीन दिन बाद वापस लौट आई.'' ऐसा और कोई भी देश नहीं है जहां कोई पनडुब्बी इतनी जल्दी पहुंच जाए. उत्तर कोरिया पीले सागर में सीमा के बंटवारे को खारिज करता रहा है.
युद्धपोत डूबने के बाद से ही दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया के बीच तनाव है. राष्ट्रीय शोक के बावजूद दक्षिण कोरिया के लोग अब भी गुस्से हैं. लोग 1987 के उस हमले को भी याद कर रहे हैं जब उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया के एक यात्री विमान को उड़ान के दौरान गिरा दिया था. उस हमले में 115 लोगों की जान गई.
बढ़ते तनाव के बीच दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के ख़िलाफ़ और कड़े कदम उठाने का फ़ैसला किया है. दक्षिण कोरिया अब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से पड़ोसी देश पर और कड़े प्रतिबंध लगाने की मांग कर सकता है. इस बीच उत्तर कोरिया ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर दक्षिण कोरिया युद्धपोत के मामले को उछालता रहेगा तो उसके ख़िलाफ़ लड़ाई छेड़ दी जाएगी.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: ए कुमार