उम्मीदों के आसमान पर मोहाली में मुकाबला
३० मार्च २०११इस दबाव का ही असर है कि दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने मैच से पहले अभ्यास सत्र में जम कर पसीना बहाया है. यह वर्ल्ड कप का फाइनल नहीं लेकिन दोनों टीमों के लिए इस मैच की अहमियत शायद उससे भी कहीं ज्यादा है. दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों की मौजूदगी ने मैच को राजनीतिक रंग भी दे दिया है. मैच से पहले पत्रकारों से बातचीत में टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा, "बड़े और खास मेहमान मैच देखने के लिए मोहाली पहुंच रहे हैं. जाहिर है कि हमें अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा."
भारत अपनी दमदार बल्लेबाजी के बलबूते मैच अपने पक्ष में करने की कोशिश करेगा तो पाकिस्तान को अपने गेंदबाजी की धार पर भरोसा है. भारत की तरफ से सचिन तेंदुलकर के लिए अपने शतकों के शतक को पूरा करने का मौका होगा, तो दूसरे छोर से सहवाग की विध्वंसक बल्लेबाजी भी आज अपने पूरे लय में दिखने की ताक में होगी. सचिन जी जान से कोशिश करेंगे कि सहवाग की मौजूदगी में ही टीम इंडिया के स्कोर को मजबूत स्थिति में पहुंचा दें. वैसे इन दोनों का साथ देने के लिए दूसरी लाइन भी तैयार है जो गौतम गंभीर से शुरु हो कर विराट कोहली, युवराज सिंह, और धोनी से गुजरते हुए सुरेश रैना तक जाती है.
फिटनेस की समस्या
पाकिस्तान के लिए तेज गेंदबाज उमर गुल और कप्तान शाहिद अफ्रीदी पर हमले की जिम्मेदारी होगी. मुमकिन है कि रावलपिंडी एक्सप्रेस शोएब अख्तर भी आज मैदान में उतरें. 35 साल के शोएब अपनी घातक गेंदबाजी से बल्लेबाजों पर कहर बन कर टूटते हैं, पर मुश्किल यह है कि फिलहाल वे फिटनेस की समस्या से जूझ रहे हैं. आखिरी टूर्नामेंट खेल रहे शोएब भरपूर कोशिश कर रहे हैं कि कम से कम आज का मैच खेलने लायक फिटनेस हासिल कर लें.
पाकिस्तान की बल्लेबाजी अब तक इस पूरे टूर्नामेंट में करीब करीब नाकाम ही रही है. उसके एक भी खिलाड़ी ने अब तक शतक नहीं लगाया है. हालांकि इसके बावजूद पाक टीम ने ग्रुप मुकाबलों के दौरान श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया. इतना ही नहीं क्वार्टर फाइनल में उन्होंने वेस्ट इंडीज को 10 विकेट से हराया.
टूर्नामेंट में शाहिद अफ्रीदी ने अब तक सबसे ज्यादा 21 विकेट लिए हैं और उन्हें भरोसा है कि उनकी टीम केवल गेंदबाजी के बलबूते ही मैच को अपने पक्ष में करने की कोशिश नहीं करेगी. अफ्रीदी ने कहा, "मेरी टीम बहुत संतुलित है. मेरे पास कुछ बेहद अनुभवी खिलाड़ियों के साथ युवाओं की भी फौज है और हमारे गेंदबाज बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं."
दोनों कप्तानों का बल्ला इस टूर्नामेंट में अब तक नहीं चला है और दोनों की कोशिश होगी कम से कम इस मैच में कुछ अच्छे शॉट लगाएं. पिछला रिकॉर्ड बताता है कि भारत जानता है कि बड़े मुकाबलों में पाकिस्तान को काबू में कैसे किया जाए. अब तक हुए वर्ल्ड कप के चार मुकाबलों में भारत ने जीत हासिल की है. बहरहाल यह तो तय हो ही गया है कि दक्षिण एशिया में आयोजित वर्ल्ड कप यहां से बाहर नहीं जाएगा. भारत पाकिस्तान में से कोई जीते उसे श्रीलंकाई शेरों से टक्कर लेनी होगी.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः एमजी