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एप्पल पर निजी जानकारी बांटने के आरोप में मुकदमा

३० दिसम्बर २०१०

मोबाइल फोन और कंप्यूटर बनाने वाली मशहूर कंपनी एप्पल पर लोगों की निजी जानकारियों को विज्ञापन कंपनियों से बांटने के आरोप में कैर्लिफोनिया की अदालत में मुकदमा दर्ज किया गया है.

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तस्वीर: AP

एप्पल और चार दूसरी कंपनियों पर ये मुकदमा इसी महीने की 23 तारीख को दर्ज किया गया. आरोप है कि आईफोन औऱ आईपैड के कुछ एप्लीकेशन गैरकानूनी रूप से लोगों की निजी जानकारियां विज्ञापन एजेंसियों तक पहुंचा रहे हैं. इस बात की पहले ही आशंका जताई जा रही थी कि एप्पल का आईओएस ऑपरेटिंग सिस्टम और उसके प्रतिद्वंदी गूगल का एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम अपने ग्राहकों की संवेदनशील निजी जानकारियां चुरा रहे हैं.

शिकायत लॉस एंजिल्स के जोनाथन लालो ने दर्ज कराई है. शिकायत करने वाले ने जानना चाहा है कि आईफोन और आईपैड के उपभोक्ताओं की निजी जानकारियां चुराने के बदले उन पर क्या कार्रवाई की जा रही है. एप्पल के अलावा इस शिकायत में कुछ दूसरी कंपनियों को भी शामिल किया गया है. ये कंपनियां हैं बैकफ्लिप, पैंडोरा, डिक्शनरी डॉट कॉम और द वेदर चैनल.

शिकायत करने वाले का आरोप है कि ये एप्लीकेशन निजी जानकारियों को बिना उसके उपभोक्ता से पूछे विज्ञापन एजेंसियों को सौंप देते हैं. जबकि एप्पल दावा करता है कि उसने अपने यहां निजी जानकारियों की सुरक्षा के लिए कठोर नियम लागू कर रखे हैं. एप्पल का ये भी दावा है कि उसके फोन पर मौजूद एप्लीकेशन की पूरी छानबीन की गई है और उसके बाद ही उसे काम करने की मंजूरी दी गई है.

एप्पल पर लगे आरोपों के मुताबिक इस्तेमाल करने वालों के रहने की जगह, उम्र, लिंग, आमदनी, जाति, सेक्स अभिरुचियां, राजनीतिक विचार और इसी तरह की दूसरी जानकारियों को चुरा कर विज्ञापन एजेंसियों तक पहुंचाया जा रही हैं. अमेरिका में कानूनन इस तरह की जानकारी बिना उपभोक्ता की मर्जी के दूसरों तक नहीं पहुंचाई जा सकतीं.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः ओ सिंह

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