एफबीआई कर रहा है हैकिंग की जांचः क्लिंटन
३ जून २०११अमेरिकी अधिकारियों के इमेल हैक होने के गूगल के खुलासे के बाद अमेरिका ने अफरा तफरी में जानकारी जुटाई है. अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने कहा, "यह आरोप बहुत ही गंभीर हैं और हम भी इन्हें पूरी गंभीरता से ले रहे हैं और जांच कर रहे हैं." गूगल ने यह कह कर सबको चौंका दिया कि उसने कई हजार गूगल मेल के पासवर्ड अकाउंट हैक करने का षड़यंत्र नाकाम कर दिया. इनमें कई गूगल अकाउंट्स अमेरिकी सरकारी अधिकारियों, चीनी कार्यकर्ताओं और पत्रकारों के भी थे.
गूगल की इस घोषणा के बाद अमेरिका में इंटरनेट हैकिंग में चीन के इरादे पर बहस और तेज हो गई है. हालांकि इस पूरे विवाद से ब्लैकबेरी के निर्माता रिसर्च इन मोशन एंड माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प को फायदा हुआ. गूगल का एंड्रॉयड और क्लाउड कंप्यूटिंग सर्विस ब्लैकबेरी को चुनौती दे रहे थे. कॉर्पोरेट जगत एक बार फिर इस बारे में विचार कर रहा है कि क्या गूगल सुरक्षित इंटरनेट सर्विस है.
हालांकि गूगल या अमेरिका दोनों ने चीनी सरकार पर ऊंगली नहीं उठाई लेकिन चीन ने इस खबर पर गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए इस तरह के आरोपों को 'अस्वीकार्य' बताया है. गूगल ने कहा था कि सेंध चीन में कहीं लगाई गई है.
हिलेरी क्लिंटन ने पत्रकारों को बताया कि गूगल ने यह समाचार सार्वजनिक करने से पहले अमेरिकी विदेश मंत्रालय को इसकी सूचना दी थी. व्हाइट हाउस ने कहा है कि सरकारी अधिकारियों के इमेल हैक हुए हैं ऐसा हमें मानने की जरूरत नहीं है.
सरकारी अधिकारियों को निजी अकाउंट नहीं इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है.हालांकि इस बात की भी जांच की जा रही है कि कहीं वरिष्ठ अधिकारियों के इमेल हैक तो नहीं हुए. नौसेनिक ऑपरेशन के प्रमुख एडमिरल गैरी रफहेड ने कहा, "हम में से जो निजी अकाउंट खोलते हैं उन्हें सुरक्षा मुद्दे की पूरी जानकारी है."
21 मई को ही लॉकहीड मार्टिंस ने बयान जारी कर कहा था कि कंपनी ने नेटवर्क पर गंभीर हमले को रोकने में सफलता पाई है. उन्होंने इस हमले पर तुरंत और आक्रामक कार्रवाई करके सुरक्षा प्रणाली को बचा लिया.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः एस गौड़