एशिया के फुटबॉल दिग्गजों की टक्कर आज से
७ जनवरी २०११कतर के कोच ब्रूनो मेत्सू इस बात को मानते हैं कि उन पर खासा दबाव है. उनका कहना है, "चूंकि हम 2022 का वर्ल्ड कप आयोजित करने वाले हैं, इसलिए हम पर ज्यादा दबाव होना लाजिमी है. हमारे खिलाड़ी कतर और दुनिया को कुछ दिखाना चाहते हैं."
दूसरी तरफ उजबेकिस्तान के कोच ने कहा कि उनका लक्ष्य सीधा खिताब जीतना है. हालांकि वे कभी क्वॉर्टर फाइनल तक भी नहीं पहुंच पाए हैं. ग्रुप ए में इन दोनों टीमों के अलावा कुवैत और चीन की मजबूत टीम भी शामिल है.
कतर वर्ल्ड रैंकिंग में बहुत पीछे है लेकिन 11 साल बाद होने वाले वर्ल्ड कप की मेजबानी उसे मिली है. वह दुनिया को दिखाने की कोशिश करेगा कि वह कोई कमजोर टीम नहीं है. वैसे मुकाबले में दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और सऊदी अरब जैसी मजबूत टीमें भी हैं. कतर कभी भी वर्ल्ड कप के लिए क्वॉलीफाई नहीं कर पाया है, जबकि एशिया कप में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन क्वॉर्टर फाइनल तक का है.
ग्रुप सी में भारत का पहला मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से है, जबकि उसी ग्रुप में दक्षिण कोरिया की टीम भी शामिल है. ऐसे में लगभग 150वें रैंक वाली भारतीय टीम से दूसरे दौर की उम्मीद नहीं की जा रही है.
चिर प्रतिद्वंद्वी ईरान और इराक की टीमें एक ही ग्रुप डी में हैं. उसी ग्रुप में संयुक्त अरब अमीरात और उत्तर कोरिया की टीमें भी शामिल हैं. सारे मैच कतर में खेले जाएंगे और फाइनल 29 जनवरी को होगा.
इराक की टीम ने पिछली बार शानदार प्रदर्शन करते हुए 2007 में चैंपियनशिप जीती थी, जबकि सऊदी अरब, जापान और ईरान एशिया कप की सबसे सफल टीमें हैं. इन तीनों ही टीमों ने तीन तीन बार खिताब जीता है. दक्षिण कोरिया ने दो बार ट्रॉफी हथियाई है, जबकि इस्राएल और कुवैत ने एक एक बार. भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 1964 में रहा, जब वह फाइनल तक पहुंचा लेकिन इस्राएल के हाथों पराजित हो गया.
1956 में शुरू हुआ मुकाबला अब तक 14 बार हो चुका है. शुरू के दो खिताब दक्षिण कोरिया ने जीते, जबकि इस्राएल लगातार तीन बार फाइनल तक पहुंचा. उसके बाद ईरान ने लगातार तीन बार ट्रॉफी जीती. अगला एशिया कप 2015 में ऑस्ट्रेलिया में खेला जाएगा.
इस बार की 16 टीमों को चार ग्रुपों में बांटा गया है, जो इस तरह हैं:
ग्रुप एः कतर, उजबेकिस्तान, चीन, कुवैत
ग्रुप बीः जापान, जॉर्डन, सऊदी अरब, सीरिया
ग्रुप सीः भारत, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया, बहरीन
ग्रुप डीः ईरान, इराक, उत्तर कोरिया, संयुक्त अरब अमीरात
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः वी कुमार