ऑस्कर के लाल क़ालीन पर झुग्गी की झंकार
२३ फ़रवरी २००९लॉस एंजिलिस में जिस वक़्त दुनिया का सबसे बड़ा फ़िल्म पुरस्कार घोषित किया जा रहा था, मुंबई से लेकर लंदन तक जो भी इस फ़िल्म से जुड़ा था, टीवी पर नज़रें गड़ाए बैठा था. एक एक कर पुरस्कारों का एलान होता गया और कइयों के लिए पहली फ़िल्म उनकी ज़िन्दगी का सबसे अहम पड़ाव बनता गया.
थोड़ी थोड़ी देर पर पुरस्कार समारोह में कुल दस बार फ़िल्म का नाम पुकारा गया और आठ बार इसके खाते में ऑस्कर पुरस्कार आया. फ़िल्म का निर्देशन करने वाले ब्रिटेन के निर्देशक डैनी बॉयल ने कहा कि इस फ़िल्म के साथ ही मुंबई से उनका क़रीबी संबंध जुड़ गया है. फ़िल्म में ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय मूल के देव पटेल ने मुख्य किरदार की भूमिका निभाई है, जबकि मुंबई की फ़रीदा पिन्टो ने उनका ख़ूब साथ दिया है.
"स्लमडॉग मिलेनियर" को सर्वश्रेष्ठ फ़िल्म, निर्देशन, संपादन से लेकर गीत-संगीत तक के ऑस्कर से नवाज़ा गया. फ़िल्म में संगीत देने वाले ए आर रहमान को दो ऑस्कर पुरस्कारों से सम्मानित किया गया. साउंड मिक्सिंग के लिए रसूल पोकुट्टी के तौर पर एक और भारतीय का नाम भी ऑस्कर पुरस्कारों में जुड़ गया.
मात्र डेढ़ करोड़ डॉलर की बजट से बनी इस फ़िल्म का भविष्य कभी अधर में लटक गया था, जब इसे प्रोड्यूस करने वाली कंपनी वार्नर ब्रदर्स ने हाथ खींच लिए थे. हालांकि बाद में फ़ॉक्स सर्चलाइट पिक्टर्स ने इसे मुश्किल से निकाला और आख़िरकार यह पिछले साल की सबसे चर्चित और सबसे ज़्यादा अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार जीतने वाली फ़िल्म बन गई. हाल ही में इसे बाफ़्टा पुरस्कारों से भी नवाज़ा गया था.
फ़िल्म के निर्देशक ने अनिल कपूर के रोल के लिए पहले अमिताभ बच्चन और बाद में शाह रूख़ ख़ान से संपर्क किया था. लेकिन उन दोनों ने फ़िल्म में काम करने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद अनिल कपूर को मौक़ा मिला और ऑस्कर पुरस्कारों की घोषणा के वक़्त वह फ़िल्म की पूरी टीम के साथ मौजूद थे. फ़िल्म में इरफ़ान ख़ान ने भी अभिनय किया है. ''स्लमडॉग मिलेनियर'' भारतीय लेखक विकास स्वरूप के उपन्यास ''क्यू एंड ए'' पर आधारित है.
ब्रिटेन की इस फ़िल्म के अलावा इंग्लैंड की केट विन्सलेट को बेहतरीन अभिनेत्री का ख़िताब मिला. प्रधानमंत्री गॉर्डन ब्राउन ने इस पर ख़ुशी का इज़हार किया और कहा कि उनके देश के लिए यह एक यादगार दिन है.
हालांकि अभिनय के क्षेत्र में ''स्लमडॉग मिलेनियर'' कुछ ख़ास नहीं कर पाई. फ़िल्म में लीड भूमिका निभाने वाले अभिनेता और अभिनेत्री की यह पहली फ़िल्म है, जिन्हें कोई ख़िताब नहीं मिला.