ऑस्ट्रेलियन ओपन: बाल बाल बचे फेडरर
२० जनवरी २०११पिछली बार के चैंपयिन रोजर फेडरर 2003 के बाद पहली बार टूर्नामेंट से इतनी जल्दी बाहर हो जाने की हालत में पहुंचे. सिमोन ने उन्हें कांटे की टक्कर दी. पांच सेटों तक खिंचे मैच में फेडरर को 6-2, 6-3, 4-6, 4-6, 6-3 से जीत मिली.
पहले दो सेट तो फेडरर ने एक चैंपियन की तरह जीते. 68 मिनट में उन्होंने सिमोन को दो बार धूल चटाई. लेकिन सिमोन को जाना ही जाता है धीमी शुरुआत करने के लिए. यहां भी तीसरे सेट में वापसी करके सिमोन ने सबको चौंका दिया. और फिर चौथा सेट भी जब फेडरर के हाथ से निकल गया तो लोगों को समझ में आया कि सिमोन इस वक्त खेल रहे दुनिया के उन सिर्फ तीन खिलाड़ियों में क्यों शामिल हैं जिन्होंने फेडरर को हराया है.
फेडरर को घुटने की परेशानी से जूझना पड़ रहा है. इस बात का सिमोन ने पूरा फायदा उठाया. उन्होंने कोर्ट के इस कोने से उस कोने तक जमकर दौड़ लगाई और फेडरर के हर बेहतरीन शॉट का बढ़िया जवाब दिया.
लगातार दो सेट हारने के बाद फेडरर के चेहरे पर परेशानी और शर्मिंदगी नजर आने लगी थी. आखिरकार पांचवें सेट में उनकी ऊर्जा लौटी और उन्होंने सवा तीन घंटे चले इस मैच में जीत हासिल की. मैच के बाद सिमोन ने माना कि पांचवें सेट में वह थक गए थे. लेकिन उन्होंने कहा कि अगर वह टूर्नामेंट में फेडरर से कुछ आगे जाकर भिड़ते तो अच्छा होता.
टूर्नामेंट के बाकी मैचों में ज्यादा उथल पुथल नहीं हुई. हालांकि 2008 के चैंपियन सर्बिया के जोकोविच को भी अगले दौर में जाने के लिए खासी मेहनत करनी पड़ी. उन्होंने अनजाने से खिलाड़ी इवान को चार सेटों में 7-5, 6-7, 6-0, 6-2 से हराया.
कुछ ऐसा ही अनुभव वीनस विलियम्स का भी रहा. पिछले साल यूएस ओपन के बाद से आराम कर रहीं विलियम्स साल के पहले ग्रैंड स्लैम में चुनौतियों से जूझतीं नजर आईं. वह सैंड्रा सालावोवा से पहला सेट हारने के बाद 6-7, 6-0, 6-4 से जीत पाईं.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः एस गौड़