करजई ने माना, हमें पैसा दे रहा है ईरान
२५ अक्टूबर २०१०आलोचनाओं से घिरे करजई ने सोमवार को माना कि हर साल एक या दो बार ईरान उन्हें पैसा देता है. करजई के मुताबिक राष्ट्रपति कार्यालय के कामकाज को चलाने के लिए तेहरान उन्हें हर साल सात से नौ लाख डॉलर की मदद देता है. करजई के मुताबिक अमेरिका को ईरान से मिलने वाली इस आर्थिक मदद के बारे में पता है.
दरअसल पिछले दिनों अमेरिका के मशहूर अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक रिपोर्ट छापी थी. अखबार ने दावा किया था कि अफगान राष्ट्रपति के प्रमुख अधिकारी उमर दौडजई को ईरान पैसा दे रहा है. ईरान की कोशिश है कि अफगानिस्तान में उसकी भूमिका बढ़े, उसके हितों को बढ़ावा मिले. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ईरान करजई के दफ्तर के अलावा तालिबान और नेताओं की भी जेबें गरम कर रहा है.
करजई काफी देर तक इस खबर पर चुप्पी साधे हुए थे. लेकिन सोमवार को उन्होंने ईरान से बैगों में भरकर आने वाले पैसों की बात स्वीकार कर ली. काबुल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा, ''दोस्ताना माहौल के लिए एक देश दूसरे देश के खर्चों को बांटने में मदद कर रहा है. ईरान की सरकार हमें हर साल पांच से छह लाख यूरो की मदद दे रही है. दौडजई मेरे आदेश पर पैसा ले रहे हैं.''
यह तय है कि अब करजई को पश्चिमी देशों के विरोध का सामना करना पड़ेगा. विवादित परमाणु कार्यक्रम को लेकर इन दिनों वैसे ही दुनिया ईरान को अलग थलग कर रही है. ऐसे में चुनावी धांधली और भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे करजई का ईरानी कनेक्शन उनकी मुश्किलें कम तो कतई नहीं करेगा.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: वी कुमार