करजई ने हिंदू महिला उम्मीदवार को वोट दिया
१९ सितम्बर २०१०शनिवार को हुए अफगानिस्तान के संसदीय चुनावों में राष्ट्रपति हामिद करजई ने एक हिंदू उम्मीदवार का समर्थन किया है. मुस्लिम बहुल अफगानिस्तान की राजधानी में चुनाव लड़ रहे 600 उम्मीदवारों में सिर्फ दो हिंदू हैं.
राष्ट्रपति पैलेस के दो अधिकारियों ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि जब राष्ट्रपति शनिवार को वोट देने गए तो उन्होंने एक महिला हिंदू उम्मीदवार को अपना वोट दिया. करजई की पसंद मुख्यतः अनुदारवादी और मुसलिम अफगानिस्तान में उनके समर्थकों को नाराज कर सकती है. उन्हें समर्थन दे रहे लोगों में भूतपूर्व वारलॉर्ड भी हैं, जो अपने उम्मीदवार खड़े कर रहे हैं, तो धार्मिक कट्टरपंथी भी हैं, जिंहे महिलाओं का राजनीति में आना नहीं सुहाता है.
पैलेस के एक अधिकारी ने राष्ट्रपति का वोट पाने वाले उम्मीदवार के बारे में कहा, वह अनारकली होनरयार थीं. होनरयार अपने चुनाव प्रचार में मुस्लिम कार्यकर्ताओं पर निर्भर थीं. अफगानिस्तान में 7वीं सदी में इस्लाम आने से पहले से ही हिंदू वहां रहते हैं और आम तौर पर व्यापार पर उनका बर्चस्व रहा है. पिछली सदियों में उनकी संख्या लगातार घटती गई है और 1992 में गृहयुद्ध शुरू होने के बाद लाखों लोग वहां से भाग गए. अब वहां सिर्फ कुछ हजार हिंदू रहते हैं.
हालांकि अफगानिस्तान की संसद की 249 सीटों में 25 फीसदी महिलाओं के लिए आरक्षित है, सार्वजनिक जीवन में महिलाएं अल्पसंख्यक हैं. इन चुनावों में 406 महिला उम्मीदवार मैदान में हैं और उनमें से अधिकांश को हमलों और धमकियों का सामना करना पड़ा है.
करजई की पत्नी वोट देने नहीं गई और उन लाखों अफगान नागरिकों में शामि हो गई जो वोट देने नहीं जाते. लेकिन उनके वोट न करने के पीछे सुरक्षा चिंता या भ्रष्टाचार से निराशा न होकर कोई और बात थी. करजई ने एक महिला चुनाव कार्यकर्ता को बताया कि उनका एकमात्र बच्चा बीमार है और मां बच्चे को अकेला छोड़कर वोट देने नहीं आना चाहती थीं.
रिपोर्ट: रॉयटर्स/महेश झा
संपादन: एन रंजन