कसाब को फांसीः कब क्या हुआ
२१ नवम्बर २०१२नवंबर 26, 2008: कसाब और नौ दूसरे आतंकवादियों ने मुंबई शहर पर कमांडो कार्रवाई की.
नवंबर 27, 2008: आधी रात के बाद करीब डेढ़ बजे कसाब को घायल अवस्था में पकड़ लिया गया और अस्पताल में भर्ती कराया गया.
नवंबर 29, 2008: हमले की सभी जगहों को खाली कर सुरक्षित करा लिया गया. इस घटना में नौ दूसरे आतंकवादी मारे गए.
नवंबर 30, 2008: कसाब ने हमले में शामिल होने की बात मान ली.
दिसंबर 27/28, 2008: कसाब के लिए पहचान परेड कराई गई.
जनवरी 13, 2009: इस मामले सुनवाई के लिए एमएल तहलियानी को जज नियुक्त किया गया.
जनवरी 16, 2009: कसाब की सुनवाई के लिए आर्थर रोड जेल को चुना गया.
फरवरी 5, 2009: कसाब के डीएनए की जांच हुई, जो कुबेर जहाज में पाए गए नमूनों से मैच कर गया.
फरवरी 20/21, 2009: कसाब ने विशेष मजिस्ट्रेट के सामने अपराध कबूल लिया.
फरवरी 22, 2009: उज्ज्वल निकम को विशेष सरकारी वकील बनाया गया.
फरवरी 25, 2009: अदालत में कसाब और दो अन्य लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किए गए.
अप्रैल 1, 2009: अंजली वाघमारे को कसाब का वकील नियुक्त किया गया.
अप्रैल 15, 2009: अंजली वाघमारे को हटा दिया गया.
अप्रैल 16, 2009: अब्बास काजमी को कसाब का वकील बनाया गया.
अप्रैल 17, 2009: कसाब के कबूलनामे को अदालत में रखा गया तो वह मुकर गया.
अप्रैल 20, 2009: सरकारी पक्ष ने 312 मामलों में कसाब पर आरोप लगाया.
मई 6, 2009: आरोप पक्के हुए. कसाब को 86 मामलों में दोषी बताया गया. उसने हर मामले से इनकार किया.
मई 8, 2009: पहले चश्मदीद ने गवाही दी, कसाब को पहचान लिया.
नवंबर 30, 2009: अब्बास काजमी को कसाब की वकालत से हटा दिया गया.
दिसंबर 1, 2009: केपी पवार ने आजमी की जगह ली.
दिसंबर 16, 2009: सरकारी पक्ष ने 26/11 मामले में अपना केस पूरा कर लिया.
मई 3, 2010: कसाब को दोषी करार दिया गया.
मई 6, 2010: निचली अदालत ने कसाब को फांसी की सजा सुनाई.
फरवरी 21, 2010: बॉम्बे हाई कोर्ट ने कसाब की मौत की सजा बरकरार रखी.
मार्च 2011: कसाब ने सुप्रीम कोर्ट में फैसले के खिलाफ गुहार लगाई.
अक्तूबर 10, 2011: सुप्रीम कोर्ट ने मौत की सजा बहाल रखी.
जनवरी 31, 2012: कसाब ने सुप्रीम कोर्ट को चुनौती दी कि उसकी निष्पक्ष सुनवाई नहीं हुई है.
अगस्त 29, 2012: सभी पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने कसाब की मौत की सजा को जारी रखा.
अक्तूबर 16, 2012: केंद्रीय गृह मंत्री ने राष्ट्रपति से अपील की कि वह कसाब की रहम याचिका खारिज कर दें.
नवंबर 5, 2012: राष्ट्रपति ने याचिका खारिज कर दी.
नवंबर 8, 2012: महाराष्ट्र सरकार को राष्ट्रपति के निर्णय की सूचना दे दी गई.
नवंबर 21, 2012: कसाब को पुणे की यरवडा जेल में फांसी दे दी गई.
एजेए/एएम (पीटीआई)