कांबली के दावों की जांच हो: खेल मंत्री
१९ नवम्बर २०११17 टेस्ट और 104 वनडे इंटरनेशनल मैच खेल चुके विनोद कांबली ने वर्ष 2000 में क्रिकेट को अलविदा कह दिया था. बाएं हाथ के खब्बू बल्लेबाज कांबली ने इसी हफ्ते एक न्यूज चैनल से कहा कि कोलकाता में हुए मैच के कुछ अहम फैसलों से उन्हें शक हुआ था.
इस बारे में खेल मंत्री अजय माकन ने दिल्ली में पत्रकारों से कहा, "जब टीम के खिलाड़ी ने आरोप लगाया है तो इसकी पूरी जांच होनी चाहिए. लोगों को इस बारे में जानने का हक है कि वास्तव में हुआ क्या था. किसी खिलाड़ी के लगाए आरोप सच्चे हैं या झूठे इसके बारे में जानने का लोगों को पूरा हक है."
क्या हुआ था
विनोद कांबली ने कहा कि खासतौर से वह कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन के उस फैसले से आश्चर्य में पड़ गए जब उन्होंने गेंदबाजी करने का फैसला किया. हालांकि मैच के पहले हुई बैठक में यह तय किया गया था कि टॉस जीतने पर पहले बल्लेबाजी की जाएगी.
यह सेमीफाइनल मैच बीच में ही रोक देना पड़ा था. श्रीलंका के दिए 252 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया 120 रनों पर ही आठ विकेट गंवा बैठी. इस मैच में कांबली ने नाबाद 10 रन बनाए थे. कोलकाता के ईडन गार्डन की जनता टीम इंडिया की बुरी दशा देख आगबबूला हो गई और फिर मैदान में उतर कर लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया. मैच को रोक कर श्रीलंका को विजेता घोषित कर दिया गया.
अजहरूद्दीन पर उसी साल मैच फिक्सिंग के आरोप लगे. उसके बाद उनके आजीवन क्रिकेट खेलने पर प्रतिबंध लगा दिया गया. टीम इंडिया के पूर्व कप्तान ने कांबली के आरोपों से इनकार किया है. उनका कहना है, "पहले फील्डिंग करने का फैसला पूरी टीम का फैसला था, जिसे मैच के पहले हुई बैठक में लिया गया. इसमें टीम मैनेजर भी शामिल थे. कांबली जरूर टीम की बैठक के दौरान सो रहे होंगे." अजहरूद्दीन अपने ऊपर लगे मैच फिक्सिंग के आरोपों से भी इनकार करते हैं. उन्होने बीसीसीआई के लगाए आजीवन प्रतिबंध को कोर्ट में चुनौती भी दी है.
खेल मंत्री अजय माकन की इन दिनों वैसे भी बीसीसीआई से ठनी हुई है. एक नए कानून का प्रस्ताव दिया गया है जो खेल संगठनों के कामकाज को ज्यादा पारदर्शी बनाने के लिए है. माकन का कहना है कि कांबली के दावों में कितनी सच्चाई है, इसका पता चलना चाहिए. माकन ने यह भी कहा, "अगर बीसीसीआई जांच नहीं कराएगी तो वह खुद इस मामले को देखेंगे."
क्रिकेट की दुनिया इन दिनों विवादों से गर्म है. इसी महीने ब्रिटेन की एक अदालत ने तीन पाकिस्तानी खिलाड़ियों को स्पॉट फिक्सिंग के मामले में जेल की सजा सुनाई है.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः वी कुमार