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कार्बन उत्सर्जन घटाने में जंगलों की अहम भूमिका

१६ जुलाई २०११

कार्बन उत्सर्जन कम करने में जंगल अहम भूमिका निभा रहे हैं. अगर जंगल को कटने से रोका जाए तो हर साल अरबों टन कार्बन को जंगल सोख सकते हैं. पेड़ नुकसानदायक गैसों को सोखने के लिए किसी कूड़ेदान जैसी भूमिका निभाते हैं.

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तस्वीर: DW/M.Martinovic

धरती की जलवायु प्रणाली के लिए वन अहम भूमिका निभाते हैं. जंगल की कटाई के बावजूद वे कार्बन उत्सर्जन घटाने में अहम योगदान दे रहे हैं. एक शोध से इस बात का पता चला है. साइंस पत्रिका में छपे शोध में बताया गया है कि जंगल वातावरण से ग्रीन हाउस गैस को कम करते हैं. ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्रीय जलवायु अनुसंधान केन्द्र के वैज्ञानिक जोसेफ कैनोडेल कहते हैं, "यह पहला और वैश्विक सबूत है कि कैसे जंगल कार्बन डाइऑक्साइड को हटाने में भारी भूमिका निभा रहे हैं. कल आप जंगल की कटाई को रोक लेते हैं तो बढ़ते जंगल जीवाश्म ईंधन के आधे उत्सर्जन को हटा सकते हैं." उनके मुताबिक यह एक अविश्वसनीय और अप्रत्याशित निष्कर्ष है.

अध्ययन में पाया गया कि पूरी धरती के जंगल वातावरण में जीवाश्म ईंधन के उत्सर्जन के एक तिहाई भाग को सालाना सोख लेते हैं. एक अनुमान के मुताबिक यह करीब 2.4 अरब टन कार्बन होता है. वैज्ञानिकों का अनुमान है कि वनों की कटाई की वजह सिर्फ 12 से 20 फीसदी ही ग्रीन हाउस गैस निकलती हैं. कैनोडेल कहते हैं, "हमारा आकलन है कि उष्णकटिबंधीय वन के दोबारा बढ़ने से सालाना 1.6 अरब कार्बन हट रही है." कैनोडल का कहना है कि कार्बन के इस तरह से कम होने से सालाना हमें अरबों यूरो की बचत हो रही है.

रिपोर्ट: एएफपी/आमिर अंसारी

संपादन: एस गौड़

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