केकेआर से हारकर दिल्ली डूब के कगार पर
२९ अप्रैल २०११टॉस हारकर बैटिंग करने उतरी कोलकाता की टीम ने सात विकेट खोकर 148 रन का स्कोर खड़ा किया. इसमें मनोज तिवारी का अर्धशतक अहम रहा. चौथे नंबर पर बैटिंग करने आए तिवारी ने 47 गेंदों पर 61 रन बनाए. उन्होंने तीन छक्के और दो चौके लगाकर अपनी टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए.
तिवारी के अलावा एसपी गोस्वामी ही अपना स्कोर 20 के पार ले जा सके. उन्होंने 20 गेंदों पर 22 रन बनाए. कप्तान गंभीर ने 18 और ओपनर कालिस ने 11 रन का योगदान दिया. दिल्ली के लिए सबसे कामयाब गेंदबाज उमेश यादव रहे जिन्होंने चार ओवरों में 29 रन देकर दो खिलाड़ियों को आउट किया.
दिल्ली की पांचवीं हार
149 के लक्ष्य का जवाब देने उतरी दिल्ली की टीम की शुरुआत बहुत अच्छी नहीं रही. उनका पहला विकेट 14 रन पर गिरा जब डी वार्नर महज 2 रन पर बोल्ड हो गए. लेकिन वीरेंद्र सहवाग और जे होप्स की पारियों ने टीम को मुकाबले में ला खड़ा किया. सहवाग ने 23 गेंदों पर तेज 34 रन बनाए. उन्होंने पांच चौके और एक छक्का लगाया. होप्स ने 25 रनों की पारी खेली.
लेकिन इन दोनों बल्लेबाजों के अलावा दिल्ली का कोई खिलाड़ी कामयाब नहीं रहा. वेणुगोपाल राव और वाई नागर (दोनों 19 रन) के अलावा कोई और तो दहाई का स्कोर भी नहीं छू पाया. लिहाजा दिल्ली पूरे 20 ओवर खेलने के बावजूद 9 विकेट खोकर 131 रन तक ही पहुंच पाई.
जीत के बाद केकेआर के आठ अंक हो गए हैं. दिल्ली की यह पांचवीं लगातार हार है. इसके बाद उनका टूर्नामेंट में वापसी कर पाना बेहद मुश्किल हो गया है.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः महेश झा