के2 शिखर पर चढ़ते हुए पर्वतारोही की मौत
७ अगस्त २०१०एजेंसी ने फ्रेडरिक के अभियान दल के सदस्यों के हवाले से लिखा है कि हादसा शुक्रवार को हुआ, जब तापमान अचानक बढ़ गया. इस वजह से चढ़ाई और खतरनाक हो गई. फ्रेडरिक के साथी पर्वतारोही क्रिस्टीन स्टैंगल ने एपीए को बताया कि कोहरा भी चढ़ाई में बाधा बना.
माउंट एवरेस्ट के बाद दुनिया की सबसे ऊंची चोटी के2 की ऊंचाई 8611 मीटर यानी 28250 फुट है. यह चीन और पाकिस्तान की सीमा पर स्थित है.
इस हादसे के बाद ऑस्ट्रिया की मशहूर पर्वतारोही गेरलिंडे कालटिनब्रूनर ने अपना अभियान स्थगित कर दिया और वह बेस कैंप में लौट आईं. गेरलिंडे ने फ्रेडरिक को 1000 मीटर की ऊंचाई से गिरते हुए देखा. उन्होंने कहा कि ऐसा खराब मौसम की वजह से हुआ.
स्वीडन के विदेश मंत्रालय को फ्रेडरिक के परिवार ने इस हादसे की जानकारी दी. हालांकि मंत्रालय के प्रवक्ता आंदेश जे के मुताबिक अभी स्थानीय अधिकारियों ने खबर की पुष्टि नहीं की है.
स्वीडन की न्यूज एजेंसी टीटी के मुताबिक फ्रेडरिक 35 साल के थे. उनकी आधिकारिक वेबसाइट पर उनके एक सहयोगी ने 4 अगस्त को लिखा, "गर्म मौसम ने पहाड़ियों पर हलचल बढ़ा दी है. पूरा दिन भूस्खलन और चट्टानें गिरने की आवाजें आती रहीं."
इस वेबसाइट पर फ्रेडरिक को पर्वतारोहण का दीवाना और बेहतरीन स्कीअर बताया गया है. उन्होंने दुनिया भर की चोटियों की सैर की.
फ्रेडरिक ने हिमालय की यात्रा भी कई बार की. आजकल वह स्कीइंग की एक योजना पर काम कर रहे थे, जिसके तहत वह दुनिया की तीन सबसे ऊंची चोटियों माउंट एवरेस्ट, के2 और कंचनजंघा पर स्कीइंग करना चाहते थे.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः उ भट्टाचार्य