कैंसर का इलाज नैनो हीरे से
११ अप्रैल २०११11.04.2011 को मैं डीडब्ल्यू हिंदी की वेबसाइट पर था, समाचार एवं अन्य रिपोर्टें पढ़ रहा था. हमेशा की तरह आपके तीनो वीडियो को सुन और पढ़ रहा था तभी आपका फोटो एल्बम देखा. हमेशा की तरह यह कॉलम मजेदार एवं दिलचस्प था. बर्लुस्कोनी के ट्रायल पर आधारित यह एल्बम उनके रंगीन मिजाजी को दर्शा रहा था. साथ में एक कार्टून जो साफ साफ बार्लुस्कोनी के चरित्र को दर्शाता है. यह कॉलम समाचार के साथ मनोरंजक फुलझड़ी का भी कामकर रहा है.
एस.बी.शर्मा, जमशेदपुर, झारखण्ड
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अन्ना हजारे के आगे झुकी सरकार - केवल इस जीत से भ्रष्टाचार समाप्त नही हो जाएगा ...उसके लिये आम आदमी के चारित्रिक उत्थान के लिये भी ऐसे ही अभियान की जरूरत है .... एक बार फिर गांधीवाद की जीत हुई. आपने नई पीढ़ी को गांधी के दर्शन का सफल प्रयोग करके दिखाया है ...इससे साबित हुआ कि लोकतंत्र में जनता का मत ही सर्वोपरि होता है
विवेक रंजन श्रीवास्तव, जबलपुर
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अन्ना हजारे का अनशन आज होगा खत्म - अन्ना की हालत ख़राब होने पर देश में भीषण प्रतिक्रिया की बरों के बाद सरकार ने अन्ना साहब की मांगे मान ली. मुझे देश के शासकों की बुद्धिमानी पर तरस आता है. यदि अन्ना की मांगें जायज थीं तो अनशन के पहले ही क्यों नहीं मान ली गई, और यदि मांगें गैरवाजिब हैं तो फिर उन्हें मानने का औचित्य क्या है? फिर तो ये हुआ कि वाजिब मांगें भी तभी मानी जाएंगी जब देश में काफी नुकसान हो जाए. एवं तोड़ फोड़, राष्ट्रीय संपत्ति को नुकसान और अराजकता की सी स्थिति पैदा कर कोई भी समुदाय अपनी गैरवाजिब मांगें भी मनवा सकता है. ऐसी मानसिकता बनाकर सरकारें देश को जंगल राज की ओर ले जा रहीं हैं. देश को लाखों करोड़ों का चूना लगाने की सजा महज मंत्रिपरिषद से इस्तीफ़ा - लोकतंत्र का कैसा क्रूर मजाक लोक के साथ. सचमुच यह देश राम भरोसे ही है.
प्रमोद महेश्वरी, फतेहपुर-शेखावाटी, राजस्थान.
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लाइफ लाइन में अमेरिकी वैज्ञानिकों द्वारा खोजे गए नानो डाइमंड द्वारा कैंसर इलाज के तकनीक के बारे नई जानकारी मिली जो कैंसर मरीजों के लिए काफी आशादायी हो सकती है. हैलो जिंदगी में सोशल नेटवर्किंग साईट की जरुरत के बारे में सुना, लेकिन इनके इस्तेमाल से टूटते शादी जैसे रिश्तों पर विस्तृत रिपोर्ट काफी सोच विचार करने लायक थी. साथ में इटली में बड़ों पर नाराज युवा लोग जिसमें लड़कियों द्वारा अपने पिता पर चलाये जाने वाले मुकदमे सुनने को मिले जो बढ़ते बेरोजगारी के कारण हो रहे है सुनकर काफी हैरान हुआ. प्रसन्नता की बात है कि यूरोप में जनसंख्या बढ़ोत्तरी बहुत कम है जिससे लोग चैन से जी सकते हैं.
संदीप जावले, मार्कोनी डी एक्स क्लब, परली वैजनाथ, महाराष्ट्र
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संकलनः विनोद चढ्डा
संपादनः आभा एम
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