कैसे बढाई जाए महिलाओं की उम्र
१५ सितम्बर २०१०एशियाई महिलाओं में खान-पान की अच्छी आदतों पर अध्ययन में पता चला है कि जो आदमी घर पर धूम्रपान करते हैं वे अपनी पत्नियों की उम्र को घटा रहे हैं. चीन में हुए इस अध्ययन में यह भी पाया गया है कि जो महिलाएं एक स्वस्थ जीवन शैली अपनाती हैं वे औरों की तुलना में ज्यादा जीती हैं.
अमेरिका के वॉनडरबिल्ट विश्वविद्यालय की सारा नेचुटा ने अपने इस अध्ययन के लिए शंघाई महिला स्वास्थ्य अध्ययन के आंकड़ें प्रयोग किए हैं. इसके लिए 1996 और 2000 के बीच 40 से 70 साल की 71,000 से अधिक महिलाओं की जानकारी जमा की गई. ये महिलाएं न ही धूम्रपान करती थीं और न ही कोई और नशा. इन्हें लेकर स्वस्थ जीवन शैली का एक स्कोर बनाया गया.
यह स्कोर पांच कारकों के आधार पर तय किया गया - वजन, कमर से नितंब का अनुपात, नियमित रूप से व्यायाम, आसपास धूम्रपान करने वाले लोगों का असर और फल व सब्जी का सेवन. जितनी ज्यादा स्वस्थ जीवन शैली, उतना ही ज्यादा स्कोर. इन महिलाओं पर नौ साल तक अध्ययन किया गया. इस दौरान उन में से 2,860 की मृत्यु हो गई. इनमें 1,351 की मौत की वजह कैंसर रहा और 775 महिलाएं हृदय रोग से मरीं. जिन महिलाओं की मृत्यु हुई, उनका वजन या तो सामान्य से कम था, या वे मोटापे से पीड़ित थीं. या फिर उनका कमर से नितंब का अनुपात बहुत अधिक था. उन महिलाओं ने खुद स्वीकारा कि वे नियमित रूप से व्यायाम नहीं करतीं और फल व सब्जियां कम खाती थीं.
इस अध्ययन की सह लेखक और महामारी रोग विज्ञान केंद्र की निदेशक वाई छेंग ने कहा कि अच्छी बात यह है कि इन कारकों को सुधारा जा सकता है. बस जरूरत इस बात की है कि व्यक्ति में अपनी खराब जीवन शैली बदलने की चाह हो. उनका कहना है कि चीनी और एशियाई महिलाओं के लिए यह आसान सी बात है कि वे रोज सैर करने जाएं या कसरत करने के लिए कोई किसी ग्रुप का हिस्सा बन जाएं. साथ ही अधिक फल और सब्जियां खाना भी उनके लिए जरूरी है.
इसके अलावा जिन महिलाओं की मृत्यु हुई, उनके पति धूम्रपान करते थे. अध्ययन में कहा गया है कि चीन और अन्य एशियाई देशों में रहने वाली महिलाओं के लिए धूम्रपान एक विशेष खतरा है क्योंकि एशियाई पुरुषों बहुत ज्यादा धूम्रपान करते हैं. इसलिए यह जरूरी है कि धूम्रपान के जोखिम के बारे में महिलाओं और पुरुषों में जागरूकता फैलाई जाए. लेकिन यह इतना आसान नहीं है. इसके लिए सामाजिक परिवर्तन की आवश्यकता होगी और ख़ास तौर से घर पर धूम्रपान पर रोक लगानी होगी.
रिपोर्टः एजंसियां / ईशा भाटिया
संपादनः ए कुमार