कोच बनने की राह पर कान
१९ मार्च २००९जर्मनी के स्टार गोलकीपर रह चुके ओलिवर कान जर्मन लीग फ़ुटबॉल के शाल्के के कोच बन सकते हैं. शाल्के प्रमुख क्लेमेंस टोएनीस और कान की मुलाक़ात से इस बात की संभावना बढ़ गई है.
वही ओलिवर कान जो 2006 तक जर्मनी की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के गोलकी थे और जिन्होंने पिछले साल अंतरराष्ट्रीय फ़ुटबॉल से संन्यास से पहले अपना अंतिम मैच कोलकाता में खेला था. लेकिन सालों तक फुटबॉल प्रेमियों के दिलों पर राज करने वाले कान फुटबॉल से बहुत ज्यादा समय तक दूर नहीं रह सकते.
उनका नाम बुंडेसलीगा की प्रमुख टीम शाल्के 04 के मैनेजर पद के लिए लिया जा रहा है. पांच दिन पहले हटाए गए आंद्रेयास म्युलर की जगह भरने के लिए शाल्के के प्रमुख क्लेमेंस टोएनीस ने आज 39 वर्षीय ओलिवर कान के साथ बातचीत की है. अपने इलाक़े के प्रमुख मांस व्यापारी टोएनीस के साथ उनके शहर रेदा में भेंट के बाद कान ने कहा कि सूचनाओं का दिलचस्प आदान प्रदान हुआ लेकिन बताने को कुछ नहीं है.
लेकिन इतना ज़रूर हुआ है कि दोनों ने दो तीन सप्ताह में फिर से टेलिफ़ोन पर बात करना तय किया है. टोएनीस ने कहा कि मैनेजर पद के और उम्मीदवार हैं और वे उनसे भी बात करेंगे. हालांकि टोएनीस ने उम्मीदवार के रूप में अब तक सिर्फ़ कान के नाम की पुष्टि की है, श्टुटगार्ट के मैनेजर हॉर्स्ट हेल्ट, वोल्फ़्सबुर्ग के ट्रेनर मैनेजर फ़ेलिक्स मगाथ के नामों की भी चर्चा है.
कान का कहना है कि काम बहुत चुनौतीपूर्ण और दिलचस्प है. लेकिन उऩके पिछले क्लब बायर्न म्युनिख के प्रमुख और खुद स्टार रहे फ़्रांत्स बेकेनबाउअर और फुटबॉल विशेषज्ञ ऊडो लाटेक ने अनुभव की कमी के कारण ओलिवर कान से पद स्वीकार न करने की सलाह दी है.
लेख: महेश झा
संपादन: ए जमाल