कोलकाता: अस्पताल में आग, 89 की मौत
९ दिसम्बर २०११एमआरआई अस्पताल में आग शुक्रवार तड़के करीब साढ़े तीन बजे के आस पास लगी. आग अस्पताल के बेसमेंट से शुरू हुई. देखते ही देखते लपटों के बीच पूरे अस्पताल में धुआं भर गया. दमकल विभाग ने ऊंची सीढ़ियों पर चढ़कर और इमारत के शीशे तोड़कर लोगों को निकालने की कोशिश की. लेकिन जब तक आग पर काबू पाया गया तब तक 70 लोगों की मौत हो चुकी थी. मृतकों में ज्यादातर मरीज हैं.
कई घंटों तक मरीजों के रिश्तेदार अस्पताल के बाहर सड़क पर लाचार नजरों से हादसे को देखते रहे. शुक्रवार शाम पुलिस ने जानकारी दी कि हादसे में मरने वालों की संख्या 89 हो गई है.
निजी अस्पताल के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट एस उपाध्याय के मुताबिक हादसे के वक्त 190 बिस्तरों वाले अस्पताल में 160 मरीज दाखिल थे. फायर ब्रिग्रेड की गाड़ियों को अस्पताल तक पहुंचने में घंटे भर का वक्त लगा. अस्पताल के आस पास सकरी गलियां हैं, जिसकी वजह से फायर ब्रिग्रेड के ट्रक इमारत के करीब नहीं पहुंच सके.
हादसे के बाद अस्पताल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है. अस्पताल प्रशासन पर कई गंभीर आरोप लगे हैं. चश्मदीदों के मुताबिक रात में ही आस पास मौजूद लोगों ने आग की लपटें देखीं और अस्पताल की तरफ दौड़ लगाई. लेकिन अस्पताल के सुरक्षा गार्डों ने लोगों को भगा दिया.
फायर ब्रिग्रेड के अधिकारियों के मुताबिक अस्पताल में फायर सेफ्टी इंतजाम नहीं मिले. राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी अस्पताल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं. ममता ने कहा, "यह बहुत गंभीर अपराध है और हम कठोरतम कार्रवाई करेंगे."
अस्पताल पर आरोप हैं कि उसने मरीजों को बचाने की बिल्कुल भी कोशिश नहीं की.
रिपोर्ट: एपी, रॉटयर्स/ओ सिंह
संपादन: महेश झा