क्रिकेट की किताब का नया किस्साः केविन ओब्रायन
३ मार्च २०११दो दिन पहले तक कोई उसे जानता भी नहीं था, जो डबलिन में रहता है और आयरलैंड की रेलवे टीम के लिए खेलता है. लेकिन 26 साल के ओब्रायन ने बुधवार को क्रिकेट की किताबें पलट दीं. वह वर्ल्ड कप में सबसे तेज सैकड़ा बनाने वाला बल्लेबाज बन गया और वह भी एशेज जीतने वाली इंग्लैंड टीम के खिलाफ. कप्तान एंड्रयू स्ट्रॉस से लेकर पूरी इंग्लैंड टीम, इंग्लैंड के लोग और यहां तक कि क्रिकेट के पंडित भी कुछ नहीं कह पा रहे हैं.
हालांकि ओब्रायन 113 रन पर आउट हो गए लेकिन इससे पहले सिर्फ 50 गेंद में सेंचुरी ठोंक कर हेडन और कपिलदेव के रिकॉर्ड को ध्वस्त कर चुके थे. आउट होने के बाद बड़े आराम से उन्होंने पैवेलियन में बैठ कर इतिहास बनते देखा, जब उनकी टीम आयरलैंड ने 328 रन के लक्ष्य को आसानी से पा लिया. अब से पहले किसी भी टीम ने वर्ल्ड कप में बाद में बल्लेबाजी करके इतने रन बना कर जीत हासिल नहीं की है. इंग्लैंड ने अलबत्ता दूसरी पारी में इससे ज्यादा रन बनाए हैं, पर वह मैच टाई हो गया था.
ओब्रायन ने साल भर तक इंग्लैंड में भी नॉटिंघमशर के लिए क्रिकेट खेली है. बाद में वह डबलिन के रेलवे टीम में जुड़ गए. बुधवार को वह जब बैंगलोर में बैटिंग करने उतरे, तो आयरलैंड 328 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा कर रहा था और 25वें ओवर में पांच विकेट खोकर 111 रन ही बना पाया था. यानी बाकी के 25 ओवर में लगभग दोगुने रन बनाने थे.
पर शायद ओब्रायन ने इन आंकड़ों को भूल कर अपना नैसर्गिक खेल खेलना पसंद किया और देखते ही देखते उन्होंने मैच की काया ही पलट दी. छह छक्के और 13 चौकों के साथ उन्होंने 50 गेंदों में शतक पूरा किया, जो वर्ल्ड कप में मैथ्यू हेडन के 66 गेंदों वाले शतक से पूरे ढाई ओवर कम है. उन्होंने इस बीच 102 मीटर लंबा छक्का भी मारा, जो इस वर्ल्ड कप का अब तक का सबसे लंबा छक्का है.
मैन ऑफ द मैच की ट्रॉफी लेने के बाद उन्होंने कहा, "जब स्कोर पांच विकेट पर 111 रन था तो मुझे लगा कि हम लोग 220 के आस पास बना पाएंगे और टीवी पर यह मैच देखना बड़ा बोरिंग लगेगा. ऐसे में मैंने अपने बाजू खोलने का फैसला किया. शुरू में कुछ शॉट लगे तो फिर मैंने मुड़ कर नहीं देखा."
ओब्रायन का पूरा परिवार क्रिकेटर है. पिता जिंजर ओब्रायन आयरलैंड में लीग खेल चुके हैं और बड़ा भाई नियाल ओब्रायन केविन के साथ ही मौजूदा आयरलैंड टीम में शामिल है. बहन सियारा ओब्रायन भी आयरलैंड (अंडर 19) के लिए राष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट खेल चुकी है. लेकिन 36 साल पुराने वर्ल्ड कप के इतिहास में सबसे ज्यादा चर्चा 26 साल के केविन की ही हो रही है, जिसने 125 साल से क्रिकेट खेल रहे इंग्लैंड को ऐसा जख्म दे दिया है, जिसे भरने में काफी वक्त लगेगा.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः ओ सिंह