क्रिकेट में जगह पाने को बेचैन अमेरिका
२१ मार्च २०१२भारत और दक्षिण एशियाई देशों वाले खिलाड़ियों से भरी अमेरिका की क्रिकेट टीम इन दिनों दुबई में ट्वेन्टी 20 वर्ल्ड कप क्वालीफाइंग मुकाबलों में खेल रही है. इस टूर्नामेंट से दो टीमों को श्रीलंका में होने वाले टी 20 वर्ल्ड कप में खेलने का मौका मिलेगा. हालांकि अमेरिका के लिए कामयाबी का सफर बहुत दूर है. जमाइका के कोच मार्क जॉनसन कहते हैं, "हमारा प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा है क्योंकि अमेरिका में गैर पेशेवर तरीके से क्रिकेट खेला जाता है और दो प्रतियोगिताओं के बीच बहुत बड़ा समय खाली रहता है. हम इन बड़ी प्रतियोगिताओं के लिए तैयार नहीं हैं और रविवार दोपहर में जैसे खेल होते हैं, हम उस तरह से क्रिकेट खेलते हैं."
अमेरिका और कैरिबियाई क्षेत्र में क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए एक ट्वेन्टी 20 लीग क्रिकेट की शुरुआत करने की योजना बनी थी लेकिन इसके कर्ता धर्ता एलेन स्टैनफर्ड सात अरब डॉलर के घोटाले में फंस गए और जेल चले गए. अमेरिकी क्रिकेट एसोसिएशन आपसी राजनीति में भी फंसा है, जिसकी वजह से 2005 और 2007 में इसे आईसीसी ने सस्पेंड कर दिया. उस वक्त टीम को डिवीजन 3 में खेलने का अधिकार मिल गया था लेकिन सस्पेंशन के बाद इसे डिवीजन 5 में धकेल दिया गया. फिलहाल यह डिवीजन 4 में है.
क्रिकेट क्या है
अमेरिकी क्रिकेट बुनियादी तौर पर भी क्रिकेट को लोकप्रिय नहीं कर पा रहा है. लोगों को इस खेल के बारे में पता ही नहीं है. सिर्फ न्यू यॉर्क के स्कूलों में क्रिकेट की सुविधा है और यह कोर्स में शामिल है. पूरे अमेरिका में खास तौर पर क्रिकेट के लिए सिर्फ एक स्टेडियम है. हालांकि अमेरिका में भी ब्रिटिश साम्राज्य रह चुका है और आम तौर पर ब्रिटिश कॉलोनियों में क्रिकेट बहुत लोकप्रिय है. लेकिन अमेरिका जब 1774 में आजाद हुआ, उस वक्त क्रिकेट नहीं खेला जाता था.
पिछले दशक में भारत के लिए क्रिकेट खेल चुके रॉबिन सिंह अब अमेरिका को क्रिकेट की सलाह देते हैं. उनका कहना है, "मुझे लगता है कि उनके अंदर प्रतिभा है. वह अच्छा क्रिकेट खेल सकते हैं. बस उन्हें संवारने की जरूरत है. वे इस कदर बिखरे हुए हैं कि कुछ अच्छे खिलाड़ी नेटवर्क के बाहर रह जाते हैं. और ऐसा सिर्फ इसलिए हो रहा है कि वे क्रिकेट बहुत ज्यादा नहीं खेल रहे हैं."
अच्छी नहीं है टीम
टीम के साथ मुश्किल यह भी है कि इसका प्रदर्शन लगातार अच्छा नहीं रहा है. इसने 2010 में डिवीजन 4 का टूर्नामेंट जीता, जिसके बाद इसे डिवीजन 3 में प्रोमोट कर दिया गया. इसने कभी क्रिकेट की अच्छी टीम कनाडा को पराजित कर दिया था. लेकिन इस बार दुबई में चल रही प्रतियोगिता में अब तक यह सिर्फ ओमान की कमजोर टीम को ही हरा पाया है. यही वजह है कि टीम कभी भी वर्ल्ड कप जैसे मुकाबलों में नहीं शामिल हो पाई है और इस वजह से यह खेल अमेरिका के अंदर लोकप्रिय नहीं हो पाया है. जानकारों का कहना है कि बच्चे अपने हीरो को खोजते हैं. अगर उन्हें टीवी या अखबार में क्रिकेट का हीरो नहीं दिखेगा, तो उनका रुझान भी उस तरफ नहीं होगा.
पांच साल से अमेरिकी क्रिकेट संघ से जुड़े अहमद जेती का कहना है कि हर मामले में सिर्फ संघ को जिम्मेदार नहीं बताया जाना चाहिए, "मुझे इस बात से ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है कि इस मुकाबले का क्या नतीजा निकलेगा लेकिन आप दो साल बाद इस टीम को देखिएगा. हमने टीम को बेहतर बनाने पर काम शुरू कर दिया है."
अमेरिका में टी20 लीग
जेटी ने बताया कि आईपीएल की तरह अमेरिका में भी अगले साल से ट्वेन्टी 20 लीग शुरू होने वाला है और इसमें स्थानीय खिलाड़ियों के अलावा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर भी शामिल होंगे. इसके मुकाबले छह अमेरिकी शहरों में होंगे. इसके लिए इंग्लिश प्रीमियर लीग फुटबॉल टीम एवरटन के सीईओ कीथ वाइनिस से करार भी कर लिया गया है. ब्रिटेन में क्रिकेट का बोलबाला है और वहां काम कर चुके वाइनिस का कहना है, "बेशक, ट्वेन्टी 20 के जरिए ही अमेरिका में क्रिकेट को लोकप्रिय बनाया जा सकता है. हमारे सामने दो लक्ष्य हैं. पहला तो यह कि अमेरिका के लोग इसे पसंद करने लगें और दूसरा कि उसके बाद हम इसे जमीनी स्तर पर ले जा सकें."
दुबई में अमेरिका और कनाडा सहित 16 टीमें वर्ल्ड कप क्वालीफाइंग मुकाबले में खेल रही हैं. पिछली बार अफगानिस्तान की टीम टी20 वर्ल्ड कप में क्वालीफाई कर पाई थी, जबकि इस बार दो टीमों को सितंबर में होने वाली प्रतियोगिता में हिस्सा लेने का मौका मिलेगा. मुकाबले में नीदरलैंड्स, केन्या, कनाडा और आयरलैंड जैसी टीमें हैं, जो अच्छा क्रिकेट खेलती हैं.
रिपोर्टः एपी/ए जमाल
संपादनः महेश झा