क्लार्क से झगड़ने पर कैटिच को झाड़
५ दिसम्बर २०११सोमवार को मेलबर्न में कैटिच को एक पूर्व जज के सामने भी पेश होना है. कैटिच ने 28 अक्टूबर को दिए बयान पर सफाई देनी है.
करीब दो महीने पहले कैटिच ने ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान माइकल क्लार्क पर निशाना साधा. कैटिच ने कहा कि क्लार्क के कप्तान होने की वजह से उन्हें टीम में नहीं लिया गया. 36 साल के कैटिच और क्लार्क का झगड़ा दो साल से चला आ रहा है. 2009 में सिडनी टेस्ट के दौरान दोनों ड्रेसिंग रूम में हाथापाई करते पकड़े गए. टीम गीत कब गाया जाएगा, इसे लेकर बहस शुरू हुई और देखते ही देखते दोनों आपा खो बैठे. कैटिन ने तत्कालीन उपकप्तान क्लार्क का गिरेबान पकड़ लिया.
इसके बाद कैटिच ने एक शतक भी जड़ा लेकिन अनुशासनहीनता के आरोप में उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया. अक्टूबर 2009 में चयन समिति में नए अध्यक्ष की नियुक्ति हुई. इस पर कैटिच ने प्रतिक्रिया दी और विवाद खड़ा कर दिया, "सुनने में यह अच्छा लगता है लेकिन मुझे नहीं लगता कि यह सब समझने के लिए आपको आइंस्टाइन होने की जरूरत है. मुझे बाहर करने में चयनकर्ताओं की भूमिका भी रही है."
हालांकि इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ एशेज सीरीज में कैटिच की वापसी हुई. इंग्लैंड के हाथों बुरी हार के बावजूद कैटिच ने सीरीज में अच्छा प्रदर्शन किया. लेकिन उन्हें फिर बाहर कर दिया गया.
दिसंबर 2010 से बाहर बैठे कैटिच ने कुछ समय पहले फिर चयनकर्ताओं और कप्तान पर निशाना साधा. 56 टेस्ट मैचों में 45 के औसत से 10 शतक और 25 अर्धशतक जड़ने वाले कैटिच ने कहा, "यह क्रूर है लेकिन सच्चाई है कि जो कुछ ड्रेसिंग रूम में हुआ, उससे मुझे कोई मदद नहीं मिली. जाहिर है कि कप्तान और कोच ही चयनकर्ता होते हैं."
कैटिच को लेकर ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी भी बंटे हुए हैं. महान स्पिनर और पूर्व गेंदबाज शेन वार्न कैटिच का पक्ष लेते हैं. कैटिच को लेकर वार्न रिकी पोटिंग की आलोचना भी कर चुके हैं. माइकल स्लेटर और वार्न का कहना है कि कैटिच के साथ सही व्यवहार नहीं किया जा रहा है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: ए जमाल