खलनायकों पर भारी बिन लादेन
३० अप्रैल २०१२11 सितंबर 2001 को न्यू यॉर्क पर हमले और उसके 11 साल बाद के दौर में किसी फिल्मी खलनायक ने क्रूरता का ऐसा रंग नहीं दिखाया जो ओसामा बिन लादेन की हरकतों को पीछे छोड़ पाता. याद कीजिए लादेन के वीडियो टेप शुक्रवार को जारी होने वाली फिल्मों से ज्यादा सनसनी फैलाते और बेहद खराब क्वालिटी वाला कुछ मिनटों का वीडियो दुनिया भर की बेहतरीन फिल्मों पर शोहरत के मामले में भारी पड़ जाता. जबान नहीं जानने वाले भी इतनी शिद्दत से एक शॉट वाले वीडियो निहारते कि फिल्मी सितारों में खलबली मच जाती. मीडिया के लिए तो उन घंटों में कुछ बाकी ही नहीं रहता. आखिर इसी बिन लादेन ने दुनिया भर को ब्रेकिंग न्यूज से परिचित कराया था.
ईस्टमैन कलर जितने या फिर शायद उससे भी ज्यादा बिन रंगों वाले लादेन के जीवन में हॉलीवुड का एक्शन, बॉलीवुड का मसाला, कॉलीवुड की कल्पनाशीलता, टॉलीवुड की संवेदना और दुनिया भर के फिल्म उद्योग की अलग अलग खूबियां देखी जा सकती हैं. सऊदी अरब में जन्म से ले कर अमेरिका, सूडान, अफगानिस्तान और फिर पाकिस्तान में खत्म हुए जीवन के हर दौर में ओसामा अपनी हरकतों से दुनिया को हिलाता रहा. निजी और सार्वजनिक जिंदगी के हर लम्हे में इतनी परतें हैं कि हर बार एक नई कहानी शुरू हुई लगती है. इन्हीं में से अलग अलग रंगों को चुन कर नए पुराने फिल्मकार फिल्में बना रहे हैं. पहले उसकी जिंदगी और करतूतों पर फिल्म बनी अब उसकी मौत पर फिल्में बन रही हैं.
हॉलीवुड में बिन लादेन
हॉलीवुड का एक बड़ा नाम हैं कैथरीन बिगेलो. बिन लादेन के मरने की घटना पर फिल्म बनाने वालों में फिलहाल सबसे ज्यादा चर्चा इसी नाम की हो रही है. अमेरिका के रिपब्लिकन राजनेता तो यहां तक कह रहे हैं कि जिस ओबामा प्रशासन ने दुनिया को अपने ऑपरेशन की भनक तक नहीं लगने दी उसी ने चुपके से कई सारी जानकारियां बिगेलो की टीम तक पहुंचाई है. ब्रिटिश दैनिक गार्डियन के मुताबिक न्यू यॉर्क के सांसद और हाउस होमलैंड सिक्योरिटी कमेटी के प्रमुख पीटर किंग ने पूछा है, "पेंटागन ने कितनी जानकारी बिगेलो की टीम के साथ बांटी है," और क्या ऐसा करना अच्छा है? कुछ दिन पहले अमेरिका खुफिया एजेंसी सीआईए की प्रवक्ता जेनिफर यंगब्लड ने बयान जारी कर कहा, "सीआईए लोगों तक जानकारी पहुंचाने के लिए खुला हुआ है. पिछले कई सालों में एजेंसी लगातार लेखकों, डॉक्यूमेंट्री बनाने वालों, फिल्मकारों और टीवी प्रोड्यूसरों के साथ ही मनोरंजन उद्योग के दूसरे लोगों से भी जुड़ी रही है."
अगर इस आरोप में कुछ दम है तो इस फिल्म के जरिए आप पिछले साल मई की उस रात का ब्यौरा पा सकेंगे जिसने ओसामा का सफर खत्म किया. कैथरीन की फिल्म में जोएल एडगेर्टन काम कर रहे हैं. उनके साथ टॉम हाडी, इदरीस एल्बा और गाई पीयर्स भी हैं. यह फिल्म इसी साल 19 दिसंबर को रिलीज होने वाली है. कैथरीन अपनी फिल्म की शूटिंग पाकिस्तान में करना चाहती थीं लेकिन जब वहां यह मुमकिन न हुआ तो भारत के चंडीगढ़ को लाहौर बनाने की कोशिश की गई. यहां भी कुछ दक्षिणपंथी संगठनों ने उनके मनसूबों पर पानी फेर दिया.
मुंबइया फिल्मों में ओसामा
बॉलीवुड ने तो ओसामा बिन लादेन की खोज पर पहले ही एक फिल्म बनाई थी तेरे बिन लादेन. छोटे बजट की कॉमेडी फिल्म ने अच्छा कारोबार भी किया पर यह तब की बात है जब ओसामा जिंदा था. उसकी मौत के तुरंत बाद मुंबइया फिल्मकारों ने एक हाथ से ट्विटर पर खुशी के संदेश जारी किए तो दूसरे हाथ से इस विषय पर फिल्म बनाने के लिए नाम रजिस्टर करने की अर्जी दी. मुंबई के फिल्म बोर्ड के पास कुछ ही दिनों के भीतर कई अर्जियां पहुंची.
2008 में एडम डेल और मॉर्गन स्परलॉक ने वेअर इन द वर्ल्ड इज ओसामा बिन लादेन नाम से डॉक्यूमेंट्री बनाई थी. स्परलॉक ने दुनिया के कई देशों का दौरा कर और लोगों से बात कर यह जानने की कोशिश की कि ओसामा कहां छिपा हो सकता है. उसके जिंदा रहते यह कयास तो सब लगाते रहे कि वो कहां हो सकता है लेकिन रहस्य उसके मरने के बाद ही खुला.
मशहूर डॉक्यूमेंट्री फिल्ममेकर माइकल मूर ने इसकी थाह फारेनहाइट 9/11 में लगाने की कोशिश की थी.
ओसामा की जिंदगी, उसकी हरकतें और उसकी मौत में किस्सागोई का अनंत आकाश है. वो जिंदा था तब उसकी हरकतों से दुखी लोग बददुआओं में उसे याद करते थे वो मर गया तो सुनने सुनाने के लिए कहानियां दे गया.
रिपोर्टः निखिल रंजन
संपादनः अनवर जे अशरफ