खून से सना सीरियाई शहर हूला
२६ मई २०१२सीरिया में मानवाधिकारों की निगरानी करने वाले संयुक्त राष्ट्र के दल ने इस बात की पुष्टी की है. दल के अनुसार सेना ने शुक्रवार शाम हूला शहर में हमला किया. पूरी रात गोलाबारी चलती रही. इस हमले में 25 बच्चों की भी जान गई.
दल ने कहा है कि कई लोग शहर छोड़ कर जा रहे हैं. लोगों को इस बात का डर है कि सेना होम्स शहर पर भी इसी तरह का हमला करेगी.
यूट्यूब पर डाले गए वीडियो में सड़कों पर बिखरे शवों को देखा जा सकता है. यह दिल दहला देने वाली तस्वीरें हैं जिससे राष्ट्रपति बशद अल असद सरकार की बर्बरता का पता चल रहा है. ब्रिटेन स्थित इस दल ने अपनी रिपोर्ट में अरब लीग और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की निंदा करते हुए कहा है कि जिस समय सीरिया की हुकूमत ने यह नरसंहार किया पूरी दुनिया चुप चाप बैठे उसे देखती रही.
वहीं विपक्षी पार्टी के अनुसार मारे गए लोगों की संख्या अधिक है. शनिवार को एसएनसी की प्रवक्ता बसमा कोडमानी ने बताया, "सेना 110 से ज्यादा लोगों की जान ले चुकी है. इसमें से आधे से ज्यादा बच्चे हैं. कई लोगों के पूरे परिवार मारे गए हैं."
सीरिया पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून की रिपोर्ट में कहा गया है कि बशर अल असद के खिलाफ लड़ने वाले दलों ने कई शहरों के महत्वपूर्ण हिस्सों पर कब्जा कर लिया है और पूरे देश में काफी नुकसान हो रहा है. इस रिपोर्ट पर अगले हफ्ते संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में चर्चा होनी है.
पूर्व संयुक्त राष्ट्र महासचिव कोफी अनान के नेतृत्व में यूएन और अरब लीग ने सीरिया के लिए शांति योजना तैयार की थी. इस योजना को अमल में भी लाया गया और 12 अप्रैल को देश में युद्धविराम घोषित किया गया. लेकिन इसके बाद से हर रोज इसका उल्लंघन किया जा रहा है. अनान के प्रवक्ता अहमद फावजी ने कहा कि अनान अगले हफ्ते सीरिया का दौरा करेंगे ताकि शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सके. माना जा रहा है कि अनान शुक्रवार को सीरिया पहुंचेंगे.
सीरिया में बीते साल मार्च से राष्ट्रपति असद के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन हो रहा है. संघर्ष में अब तक 12,600 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है.
आईबी/ओएसजे (एएफपी)