गद्दाफी ने महिला अंगरक्षकों से बलात्कार किया
९ सितम्बर २०११गद्दाफी की महिला अंगरक्षकों के यूनिट की सदस्य रहीं पांच महिलाओं ने दावा किया है कि लीबियाई शासक ने उनके साथ बलात्कार किया और उनका शारीरिक शोषण किया गया. माल्टा के संडे टाइम्स ने यह खबर छापी है. इन महिलाओं ने बेनगाजी के एक मनोवैज्ञानिक सेहम सेरगेवा को बताया कि गद्दाफी और उनके बेटों ने उनके साथ बलात्कार और उनका शारीरिक शोषण किया. बाद में उन्हें नौकरी से यह कह कर निकाल दिया गया कि अब मन भर गया है.
ये दावे उन दस्तावेजों का हिस्सा हैं जो सेरेगावा अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत में पेश करने के लिये तैयार कर रहे हैं. अगर गद्दाफी और उनके करीबी जिंदा गिरफ्तार किए जाते हैं तो संभावना है कि अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत में उनके खिलाफ मुकदमा चलाया जाएगा.
पूर्व महिला अंगरक्षकों में से एक ने बताया कि उसे ब्लैकमेल कर इस ब्रिगेड में शामिल होने पर मजबूर किया गया. इसके लिए शासन ने एक झूठी कहानी गढ़ी कि उसका भाई माल्टा में छुट्टी मनाने के बाद लीबिया में नशीली दवाएं लेकर आया है. इस महिला से कहा गया, "या तो तुम अंगरक्षक बन जाओ या फिर तुम्हारे भाई को बाकी की जिंदगी जेल में गुजारनी पड़ेगी. उसे यूनिवर्सिटी से निकाल दिया गया और कहा गया कि गद्दाफी के दखल के बाद ही उसे दाखिला मिल सकेगा. इतना ही नहीं पूर्वी यूरोप की एक नर्स की देखरेख में उसकी एचआईवी जांच की गई और फिर उसे त्रिपोली के बाब अजीजीया परिसर में गद्दाफी के पास पहुंचा दिया गया.''
महिला ने सेरगेवा को बताया कि अजीजीया के निजी मकानों में से एक में गद्दाफी थे. तस्वीरों में लीबियाई पोशाक में दिखने वाले गद्दाफी उस वक्त पजामे में थे. महिला ने सेरगेवा से कहा कि, "पहले तो मैं यह समझ नहीं सकी क्योंकि मैंने हमेशा उन्हें पिता और देश के नेता जैसी नजर से देखा. मैंने उन्हें मना किया लेकिन उन्होंने मुझसे बलात्कार किया."
वैसे गद्दाफी के चाल चलन पर दुनिया को 1998 की एक घटना से शक होना शुरू हुआ. जून 1998 में गद्दाफी के काफिले पर विद्रोहियों ने हमला किया. हमले में गद्दाफी की महिला अंगरक्षक मारी गई. सूत्रों के हवाले से खबर फैली और महिला अंगरक्षकों की तैनाती को लेकर गद्दाफी के चरित्र पर सवाल उठने लगे.
मनोविज्ञानी के मुताबिक पहले महिलाओं से गद्दाफी ने बलात्कार किया, फिर उसके बेटों ने और बाद में शीर्ष अधिकारियों ने. इसके बाद महिलाओं को छोड़ दिया गया. अब सेरगेवा की जांच पड़ताल के बाद महिलाएं खुलकर गद्दाफी के खिलाफ बोल रही हैं. सेरगेवा महिलाओं के बयानों को दर्ज कर सबूत जुटा रहे हैं, ताकि गद्दाफी, उनके बेटों और करीबी अधिकारियों पर बलात्कार के आरोप साबित किए जा सकें.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: एन रंजन