गहराता यूक्रेनी संकट
२६ मई २००७राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के बीच संसद को भंग किए जाने पर मतभेदों से शुरू हुआ विवाद लगातार गहराता जा रहा है. एक ओर राष्ट्रपति विक्तोर यूशेंको और प्रधानमंत्री विक्तोर यानुकोविच इस समय विवाद को सुलझाने के लिए बातचीत कर रहे हैं तो दूसरी ओर राष्ट्रपति समर्थक सुरक्षा बल के जवान कीएव पहुँच रहे हैं.
गृहमंत्री के निर्देश की अनदेखी
शनिवार को गृहमंत्री वासिली त्सुशको के आदेश की अनदेखी कर राष्ट्रपति का समर्थन कर रहे जवान सत्ता संघर्ष में उनके समर्थन के लिए राजधानी कीएव की ओर रवाना हुए. गृहमंत्री त्सुशको ने पत्रकारों को बताया कि कमांडर किचतेंको के आदेश पर 2000 जवानों ने कीएव की ओर कूच किया जो अपने तर्क और विचार के अनुरूप काम कर रहे हैं.
गृहमंत्री वासिली त्सुशको ने बढ़ते तनाव के बावजूद आश्वासन दिया कि हिंसा नहीं होगी. दूसरी ओर राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि गृह मंत्रालय के अधीनस्थ जवानों को राजधानी कूच करने का आदेश राष्ट्रपति ने स्वयं दिया है. उनसे सार्वजनिक व्यवस्था की बहाली और सरकारी भवनों की सुरक्षा करने को कहा गया है.
विवाद के हल के लिए वार्ता
शुक्रवार को राष्ट्रपति युशेंको ने एक अध्यादेश जारी कर गृहमंत्रालय के अधीनस्थ टुकड़ियों को सीधे अपने नियंत्रण में ले लिया था. इस समय युशेंको और यानुकोविच विवाद को सुलझाने के लिए बातचीत कर रहे हैं. शुक्रवार को बातचीत का पहला दौर बिना किसी परिणाम के समाप्त हो गया था.
लगभग दो महीने पहले राष्ट्रपति द्वारा संसद को भंग किए जाने के बाद से राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के बीच सत्ता संघर्ष चल रहा है. गुरुवार को प्रधानमंत्री समर्थक महाधिवक्ता को राष्ट्रपति यूशेंको द्वारा हटाए जाने के बाद तनातनी बढ़ गई.
बिगड़ती हालत पर चिंता
यूरोपीय संघ, अमेरिका और रूस ने यूक्रेन की बिगड़ती स्थिति पर चिंता व्यक्त की है. यूरोप परिषद के महासचिव टेरी डेविस ने श्ट्रासबुर्ग में कहा है कि विवाद में सैनिकों को शामिल किया जाना चिंताजनक है.
मध्य, पूर्व और दक्षिण यूरोप के 15 देशों के राज्य प्रमुखों ने भी यूक्रेन के राजनीतिक संकट पर चिंता व्यक्त की है.