गांगुली का सपना टूटा, संदीप पांडेय भी बैन
५ फ़रवरी २०११सौरव गांगुली को आईपीएल की नीलामी के दौरान किसी ने नहीं खरीदा लेकिन उनकी उम्मीदें बनी हुई थीं कि कोई टीम उन्हें खिला सकती है. शुक्रवार को आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल की बैठक के फैसले ने सौरव की उम्मीद को चकनाचूर कर दिया. काउंसिल ने फैसला किया है कि जो खिलाड़ी नीलामी में नहीं बिके, उन्हें अब खेलने का मौका नहीं दिया जाएगा.
गवर्निंग काउंसिल के सदस्य और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सचिव एन श्रीनिवासन ने एक बयान जारी कर कहा, "टीमों की फ्रैंचाइजी से बात करने के बाद गवर्निंग काउंसिल ने फैसला किया है कि आईपीएल नीलामी के दौरान जो भी भारतीय खिलाड़ी बिना बिके रह गए, उन्हें अब मौका नहीं दिया जाएगा."
इस फैसले ने वसीम जाफर और वीआरवी सिंह के लिए भी 8 अप्रैल से शुरू हो रहे टूर्नामेंट के रास्ते बंद कर दिए हैं. काफी लंबी चली बैठक के बाद काउंसिल के चेयरमैन चिरायू अमीन ने कहा कि गांगुली आईपीएल के चौथे सीजन में नजर नहीं आएंगे. यह बैठक इसलिए हुई थी क्योंकि एक फ्रैंचाइजी ने आग्रह किया था कि वह गांगुली को टीम में शामिल करना चाहती है और उसे इसकी इजाजत दी जाए. लेकिन अमीन ने बताया कि बाकी टीम मालिकों ने इस पर सवाल उठाए और आखिरकार फैसला गांगुली के खिलाफ हुआ.
इसी बैठक में कर्नाटक के बल्लेबाज संदीप पांडेय पर भी चार मैचों के बैन का फैसला किया गया. इस बारे में श्रीनिवासन ने अपने बयान में कहा, "वह पहले चार मैचों में नहीं खेल पाएंगे. लेकिन उन्होंने पुणे से खेलने की इच्छा जाहिर की है तो उसकी इजाजत दे दी गई है."
अमीन ने बताया कि पांडेय अपने एजेंट के जरिए कई टीमों से मोलतोल कर रहे थे.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः महेश झा