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"गिफ्ट भेजने के लिए धन्यवाद"

२२ अप्रैल २०११

'मैंने 25 वर्षों तक आपका प्रसारण निर्बाध रूप से सुना. जर्मनी और यूरोप पर आपके विभिन्न कार्यक्रम सुने. पूर्व में प्रसारित होने वाली संस्कृत चर्चा का विशेष प्रशंसक रहा हूं.' कहते हैं हमारे एक श्रोता.

https://p.dw.com/p/112Ea

समय समय पर आपने कार्यक्रमों में कुछ परिवर्तन भी किए जो कि सार्थक रहे. डॉयचे वेले का नया रूप इंटरनेट पर भी काफी भाया. एक साल तक होम्योपैथी पर चली अनूठी श्रंखला बेमिसाल रही. राम यादव जी ने इसे काफी खूबसूरत और प्रभावशाली बनाया. विज्ञान जगत जो खोज के नाम से प्रसारित हुआ, भी अनूठा है. विश्व की महिलाओं पर कार्यक्रम की कमी अंतरा ने बखूबी पूरी की. प्रियाजी की प्रस्तुति ने इसको ऊचाईयों पर पहुंचाया. जर्मन झांकी और यूरोप दर्पण का नया रूप वेस्ट वॉच हमको ज्ञानवर्धक जानकारियों से मालामाल करता रहा है. हैलो जिंदगी युवा वर्ग के लिए अनूठा और उपयोगी कार्यक्रम है.

उमेश कुमार शर्मा, स्टार लिस्नर्स क्लब, नारनौल, हरियाणा

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शांति भूषण एक और विवाद में फंसे - शांतिभूशण जी की बात से मैं पूरी तरह से सहमत हूं. हमारे देश में भ्रष्ट नेता नहीं चाहते कि लोकपाल बिल पास हो, इसलिए भ्रष्ट नेता इनके पीछे पड़ गए हैं. एक तरफ कौरव है और दूसरी तरफ पांडव सेना. जनता की ही जीत होगी. देश की जनता इन भ्रष्ट लोगों से दो-दो हाथ करने के लिए तैयार है. जनता ही सर्वोपरि है न की संसद. देश की जनता अब आर पार की लड़ाई लड़ने के मूड में है. लोकपाल बिल पास करवाना ही हमारा लक्ष्य है. लोकपाल बिल में मंत्री और जज भी दायरे में हो जनता की यही मांग है. जनता चुपचाप सब देख रही है. वह इन भ्रष्ट लोगों को समय आने पर सबक सिखाएगी. यदि सरकार जनता की भावना के अनुकूल लोकपाल बिल पास नहीं करती है तो देश में क्या होगा इसका अनुमान लगाना कठिन है. जो अव्यवस्था फैलेगी उसके लिए ये भ्रष्ट नेता ही जिम्मेवार होंगे.

डी.एन.पूनिया

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तिहाड़ के कैदियों को नौकरी - ये पढ़ कर बहुत अच्छा लगा कि दुनिया में ऐसी कम्पनियां भी हैं जो इस हद तक सोच रखती है. नौकरी मिलना दूर की बात है. ऐसे अच्छी खबरें मुझे डीडब्ल्यू के अलावा कहीं नहीं मिलती.

गुरदीप सिंह दौद्पुरी, कपूरथला, पंजाब

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" भ्रष्ट हजारे को लोकपाल समिति से हटाओ " - आपकी खोजी पत्रकारिता प्रवृत्ति की दाद देता हूं. आपने हजारे के बारे में उठे सभी सवालों और किसी भी वेबसर्फर को स्वयं सही निष्कर्ष निकालने में मदद के लिए जो सामग्री प्रस्तुत की है उसके लिए बधाई और धन्यवाद.

प्रमोद महेश्वरी, ईमेल से

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डॉयचे वेले संक्षिप्त और सटीक समाचार के लिए बहुत ही अच्छा है इसीलिए तो हम बराबर यही वेबसाइट खोलते हैं, क्योंकि हम भी जनकपुर नेपाल स्थित एक रेडियो से जुडे हुए है और विदेशी समाचार यहीं से लेते हैं

नारायण झा, फेसबुक

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"मुझे डीडब्ल्यू हिंदी के साथ अपडेट रहना है .....डीडब्ल्यू हिंदी की बात ही निराली है".... गिफ्ट भेजने के लिए आपका धन्यवाद. आपके द्वारा भेजा गया गिफ्ट एलटा रेडियो मुझे बहुत पसंद आया है तथा परिवार को बेहद प्रसंता हुई है क्योंकि आपके द्वारा भेजा गया गिफ्ट मेरे और उनके लिए एक ख़ास तोहफा है. अफसोस है कि इस रेडियो पर अभी तक डीडब्ल्यू का कार्यक्रम नहीं सुन पाने के करण मैं बेहद दुखी हूं.

गजेन्द्र सिंह, फेसबुक

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संकलनः विनोद चढ्डा

संपादनः आभा एम